लखनऊ : माफिया अतीक अहमद और उसके भाई अशरफ पर फायरिंग करने वाले शूटर्स अरुण मौर्य, सनी सिंह और लवलेश तिवारी को नैनी सेंट्रल जेल से प्रतापगढ़ शिफ्ट किया गया है। नैनी जेल में अतीक का बेटा अली अहमद कैद है। ऐसे में गैंगवार के खतरे को देखते हुए अतीक-अशरफ के तीनों शूटर्स की जेल बदली गई है।
उत्तर प्रदेश पुलिस ने बताया कि माफिया से नेता बने अतीक अहमद के खिलाफ कुल 102 मामले दर्ज किए गए जबकि उनके भाई अशरफ अहमद के खिलाफ 54 मामले दर्ज किए गए।
अतीक अहमद के वकील विजय मिश्रा ने दावा किया है कि जल्द ही मुख्यमंत्री के पास सीलबंद चिट्ठी पहुंचेगी। इस बंद लिफाफे में अतीक और अशरफ को मरवाने वाले का नाम लिखा होगा। अशरफ ने उनसे कहा था कि अगर कभी उनकी हत्या हो जाएगी तो यह बंद लिफाफा चीफ जस्टिस और यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ पास पहुंच जाएगा।
विदित रहे कि 15 अप्रैल की रात 10:35 बजे हत्या कर दी गई थी। हमला करने वाले तीनों शूटर्स को 14 दिन की न्यायिक हिरासत में भेजा गया था। जेल सूत्रों के मुताबिक अली पिछले दो दिनों से लगातार हंगामा कर रहा है। रविवार को वह पिता अतीक के जनाजे में जाने की भी जिद कर रहा था, लेकिन परमीशन नहीं मिली। सोमवार दोपहर में अली ने जोर-जोर से चीखना-चिल्लाना शुरू कर दिया। जब तक वार्डन उसके पास पहुंचे उसने अपना सिर बैरक के गेट पर मारा, जिससे उसके सिर में चोट आ गई है।
जेल सूत्रों के अनुसार अली अपने भाई असद के एनकाउंटर के बाद से ही परेशान है। पिछले तीन रातों से वह सोया भी नहीं है। जेल का खाना खाने से भी इनकार कर दिया है। वह बार-बार सिर्फ एक ही बात कह रहा है कि धोखे से हमारे भाई को मार दिया, अब्बू और चाचा को भी मार दिया।