- ब्रजराज के जन्मोत्सव पर राजस्थान, मध्यप्रदेश, ओडिशा, उत्तराखंड, दिल्ली, छत्तीसगढ़, आंध्र प्रदेश आदि प्रदेशों से उमड़ा श्रद्धालुओं का सैलाब
दैनिक उजाला, बलदेव : श्रीकृष्ण के बड़े भाई के जन्मोत्सव को भव्यता से मनाने के लिए बलदेववासी काफी दिनों से उत्सुक थे। आखिर वह घड़ी भी आ गयी।
सोमवार को ब्रजराज के जन्मोत्सव के अवसर पर मंदिर सुबह 4 बजे खुल गए। करीब 1 घंटे मंगला दर्शन के बाद ब्रज के राजा बलदाऊ जी व माता रेवती ने अद्भुत श्रृंगार में दर्शन दिए। जन्मोत्सव पर ब्रज के राजा के दर्शन करने के लिए राजस्थान, मध्यप्रदेश, ओडिशा, उत्तराखंड, आन्ध्र प्रदेश, छत्तीसगढ़ आदि प्रदेशों से श्रद्धालुओं रेला जा जन्मोत्सव की पूर्व संध्या से ही मंदिर आसपास रुका और भजन कीर्तन में पूरी रात जुटा रहा। जैसे ही मंदिर सोमवार की सुबह खुला तो रेला मंदिर प्रांगण में उमड़ पड़ा। श्रद्धालुओं की भारी भीड़ देख मंदिर प्रशासन के व्यवस्थित कर्मी और पुलिस कर्मियों के हाथ पैर फूल गए।
सुबह करीब 4 से 5 मंगला दर्शन के बाद भव्य श्रृंगार के श्रद्धालुओं ने दर्शन किये। पांडेय समाज के लोगों इस अवसर पर बलदेव सहस्त्र नाम पाठ का आयोजन किया। जन्मोत्सव पर बलदेव नगर तो धन्य हो उठे ही, बल्कि दूर दराज से आये श्रद्धालुओं ने भी अपने आपको धन्य महसूस किया।
मंदिर प्रांगण में ही सुबह से शहनाई वादन के सुमधुर धुन पर श्रद्धालु थिरकते रहे। क्या बच्चे, क्या जवान, क्या बूढ़े और क्या महिलाएं हर कोई अपने आपको ब्रज के राजा के जन्मोत्सव पर आनंद के इस पल साक्षी बनना चाह रहा था।
सेवायत गोपाल पांडेय कहते हैं कि सनातन धर्म में जो आनंद है वह कहीं नहीं। हमारे देश की संस्कृति और सनातन धर्म बिल्कुल दुनियां से अलग हैं। यहां आनंद के अलावा कुछ शेष रहता ही नहीं है। भक्ति में वह शक्ति है जो दुनियां को थिरकने पर मजबूर कर देती है। यहां तो सोमवार को ब्रज के राजा का जन्मोत्सव मनाया गया, तो फिर क्यों न इस अवसर को श्रद्धालु मनमोहक तरीके मनाएं। अवसर ही ऐसा है, जो वर्ष में एक बार भव्यता, दिव्यता और मनमोहक तरीके से मनाया जाता है।
दाऊजी मंदिर में हर समय पुलिस का पहरा
जन्मोत्सव के अवसर पर कोई भूल कर भी गलती न हो इसलिए बलदेव पुलिस मंदिर प्रांगण में घूमती नजर आयी। चारों तरफ निगाह बनाये रखी।
जाम के झाम से झुझती रही बलदेव नगरी
बलदेव जी के जन्मोत्सव पर श्रद्धालुओं का रेला वाहनों से पहुंचा। स्थिति ये ही गयी कि घंटों सुबह से लेकर दोपहर तक रजवाहा चौराहे से लेकर अवेरनी चौराहा और नगर प्रमुख मार्ग वाहनों की कतार से भरे हुए नजर आए। इस कारण नगर वासियों और पैदल यात्रियों को परेशानी का सामना करना पड़ा।