इंदौर : 16 साल की अंजनी पोरवाल की राम दरबार की पेंटिंग सभी का ध्यान आकर्षित कर रही है। इस अद्भुत पेंटिंग में अंजनी ने तीन लाख 11 हजार बार राम नाम लिखा है। यह पेंटिंग अपने आप में अद्भुत है। दूर से देखने पर पेंटिंग में सामान्य राम दरबार की तस्वीर लगती है, लेकिन जैसे ही पास से उसे देखा जाता है, तो पता चलता कि इसमें राम नाम लिखा हुआ हैं।
अंजनी 11वीं क्लास की स्टूडेंट हैं और इंदौर के रेवेन्यू नगर में रहती है। पेंटिंग बनाने में उन्हें पांच महीने का समय लगा। इस कृति को उन्होंने रणजीत हनुमान मंदिर में भेंट किया है।
इस पेंटिंग में तीन लाख 11 हजार बार राम नाम लिखा है
लॉकडाउन में पेंटिंग बनाना शुरू किया
अंजनी बताती हैं कि पहले उन्हें पेंटिंग/ड्राइंग का कोई शौक नहीं था, लेकिन लॉकडाउन में खुद से पेंटिंग करना सीखा। धीरे-धीरे उन्हें इसमें रुचि बढ़ी और वह अलग-अलग तरह की पेंटिंग बनाने लगीं।
अंजनी पेन आर्ट, चारकोल आर्ट, पेंसिल आर्ट और पेंटिंग करती हैं। अंजनी के घर में उनकी कई पेंटिंग सजी हुई हैं और जब भी कोई आता है, तो उसे यह लगता है कि यह किसी प्रोफेशनल ने बनाई है।
पांच महीने की मेहनत के बाद हुई तैयार
अंजनी बताती हैं कि राम दरबार की इस तस्वीर को बनाने में उन्हें पांच महीने का समय लगा। अलग-अलग पेन से उन्होंने तीन लाख 11 हजार बार राम का नाम लिखकर राम दरबार बनाया। अलग-अलग पैन के रंगों का समागम देखने में काफी सुंदर लगता है।
राम दरबार की इस तस्वीर को अंजनी ने अपने परिवार के साथ रणजीत हनुमान मंदिर में भेंट की है। हालांकि दो दिन के लिए उन्होंने यह तस्वीर वापस ली है, ताकि वह प्रदर्शनी में सभी को दिखा सकें। इसके बाद वह इसे फिर से मंदिर में भेंट करेंगी।
रणजीत हनुमान मंदिर में भेंट की राम दरबार की पेंटिंग।
रामायण के प्रसंग भी दिखते है पेंटिंग में
अंजनी ने एक और तस्वीर बनाई है, जिसमें हनुमान जी का चेहरा है और इसमें रामायण के सभी प्रसंग देखने को मिलते हैं। कई लोगों ने इस तस्वीर को बहुत पसंद किया है। अंजनी को भी यह तस्वीर काफी पसंद है। इस तस्वीर के लिए अंजनी को गोल्ड मेडल भी मिल चुका है, साथ ही इंडिया बुक ऑफ रिकॉर्ड्स का प्रमाणपत्र भी प्राप्त हुआ है।
हाल ही में इंदौर आए बागेश्वर धाम के पं. धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री के लिए भी अंजनी एक तस्वीर लेकर उनसे मिलने गई थीं, लेकिन उनकी मुलाकात नहीं हो सकी।
अंजनी के घर पर उनकी कई पेंटिंग्स लगी हैं।
पांच महीने की उम्र से जा रही मेंहदीपुर बालाजी
पोरवाल परिवार में हमेशा से धार्मिक माहौल रहा है। अंजनी जब पांच महीने की थीं, तब से उनका परिवार हर साल मेहंदीपुर बालाजी दर्शन के लिए जाता है। अंजनी के नाना भी उन्हें रोजाना रणजीत हनुमान मंदिर दर्शन कराने के लिए ले जाते रहे हैं। इसलिए उनका जुड़ाव बचपन से ही धार्मिक गतिविधियों से रहा है।
अंजनी कहती हैं कि जब भी वह ड्राइंग करती हैं, तो उन्हें लगता है कि वह भगवान की पेंटिंग बना रही हैं, खासतौर पर हनुमान जी की, क्योंकि हनुमान जी से उनकी काफी आस्था जुड़ी है। अंजनी ने ज्यादातर हनुमान जी की पेंटिंग बनाई हैं और सभी सफल रही हैं।
घरों में लगी ये तस्वीरें
अंजनी ने अपने घर के पैसेज में दीवार पर एक सुंदर हाथी की पेंटिंग बनाई है। इसके अलावा घर में रणजीत हनुमान जी के अलग-अलग स्वरूप में तस्वीरें लगी हैं। श्रीनाथ जी की एक सुंदर पेंटिंग भी बनाई है। इसके अलावा चारकोल आर्ट की भी तस्वीरें बनाई हैं। साथ ही अयोध्या के राम मंदिर की तस्वीर भी बनाई है, जिसमें भी उन्होंने राम नाम लिखे हैं। जगन्नाथपुरी की भी सुंदर पेंटिंग उनके घर में देखी जा सकती है।