लखनऊ : रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने कहा- भारत किसी की दादागिरी बर्दाश्त नहीं करेगा। दुनिया का कोई भी देश गलतफहमी न पाले। रक्षा मंत्री ने इशारों में अमेरिका को चेतावनी दी।
दरअसल, अमेरिकी राष्ट्रपति ट्रम्प ने दावा किया था कि बुधवार को पीएम मोदी ने उनसे कहा है कि भारत अब रूस से तेल नहीं खरीदेगा। भारत के रूस से तेल खरीदने से मुझे खुशी नहीं थी। अब हमें चीन से भी यही करवाना होगा।
हालांकि भारतीय विदेश मंत्रालय (MEA) के प्रवक्ता रणधीर जायसवाल ने गुरुवार को कहा कि बुधवार को पीएम मोदी और राष्ट्रपति ट्रम्प की कोई बातचीत नहीं हुई थी।
ट्रम्प ने अगस्त 2025 में भारत पर रूस से तेल खरीदने की वजह से 25% एक्स्ट्रा टैरिफ लगाया है। इस तरह अमेरिका अब तक भारत पर कुल टैरिफ 50% लगा चुका है।
तीन दिवसीय दौरे पर राजनाथ सिंह
राजनाथ सिंह ने कहा- एक समय था कि देश रक्षा जरूरतों को पूरा करने के लिए दूसरे देशों पर निर्भर था, लेकिन आज यह परिस्थिति बदल गई है। अब भारत 65 प्रतिशत रक्षा उपकरणों का निर्माण अपनी जमीन पर ही कर रहा है।
रक्षा मंत्री लखनऊ के तीन दिवसीय दौरे पर हैं। वे शुक्रवार शाम कैसरबाग स्थित विश्वेश्वरैया हॉल में व्यापारी मिलन कार्यक्रम में बोल रहे थे। यहां 500 से अधिक व्यापारियों के साथ दिवाली मनाई।
रक्षामंत्री ने व्यापारियों से कहा- व्यापारी एक दिन तय करें। उस दिन साथ बैठकर समस्याओं पर चर्चा करें। सामूहिक चर्चा से ही समस्या का समाधान निकलता है।
उन्होंने आगे कहा- 2014 में भारत की अर्थव्यवस्था दुनिया में 14वें स्थान पर थी, लेकिन आज चौथे स्थान पर है।
डिप्टी सीएम ब्रजेश पाठक ने कहा- भारत डिफेंस सेक्टर से लेकर एग्रीकल्चर सेक्टर में आगे बढ़ रहा है। हमारी आपकी जिम्मेदारी है कि इस दीपावली हम स्वदेशी वस्तुओं को ही खरीदें और बेचें।
उन्होंने कहा- रक्षामंत्री राजनाथ सिंह ने शहर को ट्रैफिक समस्या से निजात दिलाने के लिए 10 फ्लाईओवर का निर्माण कराया है। लखनऊ के चारों तरफ 105 किलोमीटर की पेरीफेरल रोड बनवाई। पेरीफेरल ट्रेन भी चलाई है।
रक्षामंत्री राजनाथ देर शाम गोमतीनगर विस्तार स्थित सिटी मॉन्टेसरी स्कूल (सीएमएस) के दिवाली मिलन समारोह में भी शामिल हुए। यहां शिक्षाविदों, समाजसेवियों और विद्यार्थियों से संवाद किया।

रक्षामंत्री राजनाथ सिंह और डिप्टी सीएम ब्रजेश पाठक ने व्यापारी मिलन कार्यक्रम में शामिल हुए।

व्यापारी नेताओं ने रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह और दूसरे अतिथियों का स्वागत किया।

कैसरबाग स्थित विश्वेश्वरैया हॉल में 500 से अधिक व्यापारी कार्यक्रम में शामिल हुए

