दैनिक उजाला, मथुरा : उत्तर प्रदेश पॉवर कॉरपोरेशन निविदा संविदा कर्मचारी संघ के बैनर तले बिजली विभाग में कार्यरत संविदा कर्मचारियों ने हड़ताल शुरू कर दी है। मथुरा में कैट बिजलीघर पर एकत्रित हुए संविदा कर्मियों ने प्रदर्शन करते हुए जमकर नारेबाजी की। संविदा कर्मियों का कहना है कि यह 72 घंटे का सांकेतिक प्रदर्शन है मांग नहीं मानी गईं तो आगे अनिश्चितकालीन हड़ताल शुरू कर दी जाएगी।
हड़ताल पर गए संविदा कर्मियों का कहना है कि 55 वर्ष से ऊपर के संविदा कर्मियों को हटाया जा रहा है। इसके अलावा विभाग कुशल कर्मियों का बीमा करने की बात कह रहा है जबकि अकुशल का बीमा नहीं कर रहा। संविदा कर्मी डिजिटल अटेंडेंस का भी विरोध कर रहे हैं। वहीं प्रदर्शन कर रहे लोगों का कहना है कि विभाग संविदा कर्मियों को आउट सोर्स के जरिए हटाकर निजीकरण की तरफ बढ़ रही है जिसे किसी कीमत पर स्वीकार नहीं किया जाएगा।

प्रदर्शन में शामिल संविदा कर्मी
कैट बिजलीघर पर एकत्रित हुए संविदा कर्मी
मंगलवार से संविदा कर्मियों ने 72 घंटे की हड़ताल शुरू कर दी। संविदा कर्मी कैंट बिजली घर पहुंचे जहां उन्होंने प्रदर्शन करते हुए नारेबाजी शुरू कर दी। इस प्रदर्शन में मथुरा जिले के 79 बिजलीघरों पर काम कर रहे करीब 700 से ज्यादा संविदा कर्मी शामिल हुए हैं। इस दौरान आने वाली बिजली समस्या के लिए जिलाधिकारी स्तर पर टीम गठित की गई है।
29 मई से होगी अनिश्चितकालीन हड़ताल
कैट बिजलीघर पर प्रदर्शन करने पहुंचे उत्तर प्रदेश पॉवर कॉरपोरेशन निविदा संविदा कर्मचारी संघ के अध्यक्ष दिनेश तोमर ने बताया कि हम तो नौकरी के लिए लड़ाई लड़ रहे हैं लेकिन अगर निजीकरण होगा तो सबसे ज्यादा मार जनता पर पड़ेगी। दिनेश तोमर ने बताया कि उन लोगों ने इस विभाग के लिए जवानी खत्म कर दी। 26 जून का वेतन दिया जाता है काम पूरे महीने करते हैं। इस मंहगाई के दौर में 8 हजार से कैसे काम चलेगा। जबकि मोबाइल और बाइक भी कर्मी अपना प्रयोग करते हैं। दिनेश तोमर ने बताया कि अगर उनकी मांग पूरी नहीं हुई तो 29 मई से सामूहिक इस्तीफा देते हुए अनिश्चितकालीन हड़ताल शुरू कर दी जाएगी।

संविदा कर्मी कैंट बिजली घर पर प्रदर्शन कर रहे हैं
DM ने की टीम गठित
संविदा कर्मियों की हड़ताल का असर बिजली व्यवस्था पर पड़ सकता है। इसको देखते हुए जिलाधिकारी स्तर से टीम गठित की गई है। यह टीम बिजली अधिकारियों से समन्वय कर समस्या का निदान करेगी।