दैनिक उजाला, मथुरा : मथुरा के थाना सदर बाजार क्षेत्र में रुपयों के लेनदेन में सिपाही को गोली मारने वाले युवक को पुलिस ने मुठभेड़ के बाद घायल अवस्था में गिरफ्तार कर लिया है। 9 दिन पहले सिपाही को टैंक चौराहा पर 4 युवकों ने गोली मारी थी। जिसके बाद घायल सिपाही ने रविवार को इलाज के दौरान दम तोड दिया था।
गोकुल बैराज के पास हुई मुठभेड़ सोमवार की देर रात थाना सदर बाजार पुलिस को सूचना मिली कि सिपाही अजीत के गोली मारने वाला आरोपी अनिल गोकुल बैराज के पास मौजूद है। सूचना मिलते ही थाना सदर बाजार और SOG की टीम मौके पर पहुंच गई। जहां अनिल ने पुलिस से बचने के लिए फायरिंग कर दी। जिसके जवाब में पुलिस ने भी फायरिंग की।
पैर में गोली लगने से अनिल हुआ घायल पुलिस द्वारा की गई फायरिंग में अनिल के पैर में गोली लग गई। जिससे वह घायल हो गया। अनिल के घायल होने के बाद पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर लिया। जिसके बाद उसे इलाज के लिए जिला अस्पताल भेज दिया। पुलिस ने अनिल के पास से 315 बोर का तमंचा ,5 कारतूस और एक चोरी की बाइक बरामद की।
घायल अनिल को इलाज के लिए अस्पताल ले जाती पुलिस
अनिल पर दर्ज हैं 17 मुकद्दमा
मुठभेड़ में घायल हुए अनिल पर 17 मुकद्दमा दर्ज हैं। अनिल पर लूट,चोरी,मारपीट करने के कोतवाली, जमुनापार, राया, GRP थाना मथुरा जंक्शन,सदर बाजार के अलावा अलीगढ़ के इगलास थाना में मुकद्दमा दर्ज हैं। आरोपी अनिल का सिपाही अजीत से रुपयों के लेनदेन को लेकर विवाद हुआ था। जिसके बाद अनिल ने अजीत को गोली मार दी थी।
बदायूं में तैनात था सिपाही
मथुरा के थाना जमुनापार इलाके की रोशन बिहार कॉलोनी निवासी कमल सिंह का 27 वर्षीय पुत्र अजीत बदायूं पुलिस लाइन में सिपाही के पद पर तैनात था। अजीत 5 सितंबर को छुट्टी ले कर घर आया था। जहां उसका 7 सितंबर को पड़ोसी से झगड़ा हो गया था।
अजीत का पड़ोसी से झगड़ा हुआ था जिसके बाद अनिल ने गोली मार दी थी
20 हजार रुपयों को लेकर हुआ था झगड़ा
अजीत का पड़ोसी नीरज से 20 हजार रुपयों के लेनदेन को लेकर झगड़ा हुआ था। 7 सितंबर की देर शाम हुए झगड़े को दोनों के परिजनों ने शांत करा दिया था। जिसके बाद अजीत बाइक ले कर घूमने निकल गया। इसी दौरान नीरज अपने साथी अनिल,अमित और एक अन्य के साथ शराब पीने गया। जहां शराब पीने के दौरान अजीत का इन लोगों से एक बार फिर झगड़ा हो गया। जिसमें अनिल ने तमंचा से अजीत को गोली मार दी। जिससे अजीत घायल हो गया। जिसने रविवार को इलाज के दौरान दम तोड दिया था।