लखनऊ/वाराणसी : मानसून केरल में इस बार तय समय 1 जून से से 4 दिन पहले पहुंच सकता है। मौसम विभाग (IMD) के मुताबिक, दक्षिण-पश्चिम मानसून 27 मई को केरल तट से टकराएगा। IMD ने बताया कि 1 जून को केरल पहुंचने के बाद मानसून 8 जुलाई तक अन्य राज्यों को कवर करता है।

मौसम वैज्ञानिकों के मुताबिक, इसका असर यूपी में भी दिखेगा। प्रदेश में तय डेट 18 जून से सिर्फ 2 दिन की देरी हो सकती है। इस बार अनुमान है कि 20 जून को मानसून सोनभद्र के रास्ते पूर्वांचल में दस्तक देगा। हालांकि, पिछली बार भी 20 जून को मानसून आने की संभावना जताई गई थी। लेकिन, यह 10 दिन की देरी से आया था। जबकि, केरल में तय डेट से दो दिन पहले 30 मई को एंट्री कर गया था।

केरल में एंट्री के बाद यूपी आने में 15 से 30 दिन का समय लगता है

यह जरूरी नहीं कि केरल में 4 दिन पहले मानसून की एंट्री होगी, तो यूपी में भी पहले मानसून आ जाएगा। पिछले 5 साल के आंकड़े इसी ओर इशारा कर रहे हैं। जैसे- 2021 में 3 जून को मानसून केरल में एंट्री कर गया था, लेकिन यूपी में 15 दिन बाद आया। इसी तरह 2024 में 30 मई को केरल आया, लेकिन यूपी में आने में 28 दिन लग गए। जबकि, केरल और यूपी में मानसून की एंट्री की तय डेट में सिर्फ 18 दिन का अंतर है।

पिछले साल से ज्यादा बारिश की संभावना

अर्थ एंड साइंस मिनिस्ट्री के सेक्रेटरी एम रविचंद्रन ने कहा- जून से सितंबर के दौरान सामान्य से ज्यादा बारिश होने की संभावना है।

बीएचयू के मौसम वैज्ञानिक मनोज श्रीवास्तव कहते हैं- यूपी में इस साल मानसून के दौरान बारिश अच्छी होगी। पिछले मानसून सीजन से करीब 15-20 फीसदी ज्यादा पानी बरसने के आसार हैं। मानसून सीजन के दौरान हर साल औसतन बारिश 947 मिमी. बारिश होती है। पिछले साल औसत के करीब ही बारिश हुई थी।

आमतौर पर 96 से 104 फीसदी बारिश को सामान्य माना जाता है। 90 फीसदी से कम बारिश को सामान्य से बहुत कम, 90 से 95 फीसदी के बीच सामान्य से कम, 104 से 110 फीसदी के बीच सामान्य से ज्यादा और 110 फीसदी से ज्यादा बारिश बहुत ज्यादा माना जाता है।

इसलिए मानसून के पहुंचने में होती है देरी

मानसून को आगे बढ़ाने के लिए हवाओं की गति बेहद अनुकूल होनी चाहिए। अरब सागर और बंगाल की खाड़ी से आने वाली नम हवाएं जम्मू-कश्मीर तक जाती हैं। अगर राजस्थान, थार मरुस्थल की तरफ से आने वाली हवाएं ज्यादा तेज होती हैं, तो इसकी वजह से मानसून आगे नहीं बढ़ पाता। अरब सागर और बंगाल की खाड़ी से आने वाली नम हवाएं ही मानसून को आगे बढ़ाती हैं। अरब सागर में अगर कोई साइक्लोन आ जाता है, तो मानसून की हवाओं की गति और तेजी से आगे बढ़ने लगती है।

8 साल में एक बार छोड़कर कभी मानसून समय पर नहीं आया

मौसम विभाग के मुताबिक, यूपी में मानसून की एंट्री की डेट 18 जून है। लेकिन, बीते 8 साल में कभी भी मानसून ने तय तारीख पर यूपी में एंट्री नहीं की। पिछले साल 10 दिन की देरी से मानसून आया था।

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