- बलदेव निवासी बोले हमने मुख्य डाकिया को घरों पर डाक बांटते हुए कभी नहीं देखा, किसी अन्य के घर से खुद ही लानी होती है अपनी डाक
दैनिक उजाला, बलदेव : आज-कल भर्ती देख रहे या सरकारी नौकरी की तैयारी में जुटे युवाओं को आस रहती है कि न जाने कब डाक द्वारा साक्षात्कार अथवा टेस्ट एवं ऑफर लेटर आ जाये, लेकिन बलदेव के निवासी/युवाओं की यह आस भी खत्म हो गयी है। इसका मुख्य कारण मुख्य डाकघर पर डाकिया का न होना। स्थानियों के माध्यम से पता चला है कि अगर डाकिया है भी तो वह कहीं बाहर रहता है।
बलदेव उपडाकघर की स्थिति दयनीय हालातों से गुजर रही है। यहां की व्यवस्थाएं रामभरोसे है। लोगों को स्पीड पोस्ट, रजिस्ट्री या साधारण डाक से कोई वस्तु पोस्ट करनी है तो, यह जरूरी नहीं है कि वह उसी दिन समय से संभव हो सकेगी। स्थिति ये है कि यहां कार्यरत कम संख्या कर्मी या तो आनाकानी करते हैं या फिर आने वाले कल के लिए टाल देते हैं। डाक कर्मियों की इस लापरवाही पर डाक कराने के लिए आने वाले व्यक्ति अपना सिर पकड़कर बैरंग लौट जाते हैं।
इससे कहीं बुरी स्थिति बलदेव की डाक सेवा की है। स्थिति ये है कि मुख्य डाकिया को अभी तक किसी नगरवासी ने डाक बांटते हुए तक नहीं देखा है। नगरवासियों ने बताया कि वह अपनी डाक को लेने के लिए किसी अन्य व्यक्ति के यहां खुद जाते हैं।

ऐसा ही एक मामला सोमवार को सामने आया है। हुआ ये है कि कृष्णमुरारी पांडेय ने बालीगंज कोलकाता से पुराना पोस्ट ऑफिस बलदेव निवासी देवेन्द्र कुमार पांडेय को 27 फरवरी 2024 को कोई सामान रजिस्ट्री के माध्यम से भेजा, जो कि बलदेव उपडाकघर पर 5 मार्च को पहुंच गया, लेकिन यहां डाकिया न होने के कारण डाक कर्मियों ने मुख्य डाकिया द्वारा डाक बांटने के लिए अपने द्वारा चुने गए बलदेव के ही एक व्यक्ति के यहां रखवा दिया गया। यहां से भी उस व्यक्ति ने डाक संबंधित व्यक्ति के यहां नहीं पहुंचाया। जब इसकी जानकारी देवेन्द्र कुमार को हुई तो उन्होंने 11 मार्च सोमवार को अपने पुत्र गोपाल पांडेय को डाकघर भेजा।
बलदेव उपडाकघर से गोपाल को जानकारी मिली मुख्य डाकिया यहां नहीं आते। आपका सामान दूसरे व्यक्ति के यहां रखा हुआ होगा। वहां से जाकर प्राप्त कर लो। तब दूसरे व्यक्ति के यहां से गोपाल ने देवेन्द्र कुमार पांडेय का सामान प्राप्त किया।
इससे साफ जाहिर होता है कि मुख्य डाक अधिकारी कुम्भकर्णीय नींद में सोए हुए हैं। किसी की डाक पहुंचे या नहीं पहुंचे इससे डाक अधिकारियों को कोई लेना देना नहीं है।
बलदेव वासियों ने मांग की है कि मुख्य डाकिया पर कार्यवाही कर सभी डाक वितरित की जायें और समय से डाकघर पर काम सुचारू हों।