- छात्रों के चयनित होने पर जीएलए प्रबंधन ने छात्रों के उज्जवल भविष्य की कामना की
दैनिक उजाला, मथुरा : जीएलए विश्वविद्यालय, मथुरा के प्रबंधन संकाय के 13 एमबीए विद्यार्थियों का चयन देश के अग्रणी निजी बैंक एचडीएफसी बैंक में बतौर पर्सनल बैंकर हुआ है। यह सफलता जीएलए विश्वविद्यालय की उच्च गुणवत्तायुक्त शिक्षा और व्यावसायिक विकास के प्रति निरंतर प्रतिबद्धता को दर्शाती है।
विद्यार्थियों के चयन के लिए एचडीएफसी बैंक के जिला प्रबंधक मथुरा गिर्राज अग्रवाल, जिला प्रबंधक हाथरस लव दुबे, प्रबंधक मानव संसाधन लव भारद्वाज, शाखा प्रबंधक मथुरा विपुल मेहरोत्रा जीएलए पहुंचे। विश्वविद्यालय में उन्होंने कैंपस प्लेसमेंट के माध्यम से लिखित और मौखिक परीक्षा ली। इस दौरान दोनों ही परीक्षा में अच्छा प्रदर्शन करने वाले 13 छात्र आयुष कुमार, गौरव पचौरी, सुबांधु गौतम, मयूर बंसल, गोविंद भारद्वाज, झलक सिंह, रोहित, शिवांग पाठक, अमन गर्ग, माधव अग्रवाल, आर्यन वार्ष्णेय, पवन कुमार, तुषार गुप्ता के चयन की सूची जारी की।
प्रबंधन संकाय के निदेशक प्रो. अनुराग सिंह ने कहा कि “हमारा उद्देश्य विद्यार्थियों को शैक्षिक दृष्टिकोण के साथ-साथ व्यावसायिक दुनिया के लिए तैयार करना है। उद्योग जगत के अग्रणी संस्थानों में हमारे विद्यार्थियों का चयन इस बात का प्रमाण है कि हमारे संकाय में चल रहे विभिन्न स्नातक व स्नातकोत्तर कार्यक्रम उद्योग जगत की समसामयिक आवश्यकताओं के अनुरूप हैं।”
विभागाध्यक्ष, प्रो. उत्कल खंडेलवाल ने कहा कि “हमारे संकाय की शिक्षा प्रणाली में व्यावहारिकता का एक प्रमुख स्थान है। यहां विद्यार्थी सिर्फ कक्षा में किताबों से नहीं, बल्कि हावर्ड बिजनेस रिव्यू जैसे प्रतिष्ठित संस्थानों संग साझेदारी से ली गई केस स्टडीज, इंडस्ट्री विजिट्स, और गेस्ट लेक्चर्स के माध्यम से वास्तविक दुनिया की चुनौतियों से परिचित होते हैं। एचडीएफसी बैंक में हमारे विद्यार्थियों का चयन यह दिखाता है कि हम उन्हें कॉर्पोरेट जगत में प्रभावी भूमिका निभाने के लिए तैयार करने में सक्षम हैं।”
एसोसिएट हेड, प्रो. कृष्णवीर सिंह ने कहा, “हमारे विद्यार्थी अर्न ह्वाइल लर्न जैसे कान्सेप्ट के माध्यम से अपने अध्ययन के साथ-साथ इंडस्ट्री एक्सपोजर भी प्राप्त करते हैं। इस नीति के तहत, विद्यार्थी शैक्षिक और व्यावसायिक अनुभव को एक साथ प्राप्त करते हैं, जो उन्हें कार्यस्थल पर जल्दी समायोजित होने में मदद करता है, उनके अनुभव को बढ़ाता है और साथ ही आमदनी का एक स्त्रोत उनके लिए खोलता है।”
ट्रेनिंग एंड प्लेसमेंट विभाग के डिप्टी डायरेक्टर सौरभ गोयल ने कहा कि “हमारे लिए प्लेसमेंट केवल एक नौकरी दिलाने का अवसर नहीं है, बल्कि विद्यार्थियों को सही अवसरों से जोड़ने का प्रयास है। एचडीएफसी बैंक में विद्यार्थियों का चयन यह सिद्ध करता है कि विश्वविद्यालय में प्रदान किया जा रहा प्रशिक्षण और मार्गदर्शन उन्हें सफलतापूर्वक कार्यस्थल में स्थापित होने में सक्षम बनाता है। चालू अकादमिक सत्र में अप्रैल माह तक ही 170 से अधिक कंपनियों का प्रबंधन संकाय के विद्यार्थियों को रोजगार अवसर प्रदान करने के लिए आ जाना विश्वविद्यालय की साख और ट्रेनिंग-प्लेसमेंट टीम के अथक प्रयासों का प्रत्यक्ष प्रमाण है।”
85 प्रतिशत से अधिक विद्यार्थियों का प्लेसमेंट हो चुका
अप्रैल के अंत तक, जीएलए विश्वविद्यालय के प्रबंधन संकाय में 85 प्रतिशत से अधिक विद्यार्थियों का प्लेसमेंट हो चुका है, 550 से अधिक ऑफर लेटर जारी किए गए हैं और 400 से अधिक विद्यार्थियों को अर्न ह्वाइल लर्न नीति के तहत कॉर्पोरेट जगत में अपनी यात्रा को जल्दी प्रारंभ करने के अवसर प्राप्त हो चुके हैं। कम्पनियों का आना अभी जारी है और ऐसे में यह आंकड़े और बेहतर होंगे।
विश्वविद्यालय के कुलपति, प्रबंधन, संकाय सदस्यों और इन विद्यार्थियों के सहपाठियों ने इस अवसर पर चयनित विद्यार्थियों को बधाई दी और उनके उज्जवल भविष्य की कामना की।