- नीदरलैंड्स की प्रतिष्ठित फॉन्टिस यूनिवर्सिटी ऑफ एप्लाइड साइंसेज, आइंडहोवन के एक विशिष्ट प्रतिनिधिमंडल की जीएलए ने की मेजबानी
दैनिक उजाला, मथुरा : जीएलए विश्वविद्यालय, मथुरा ने नीदरलैंड्स की प्रतिष्ठित फॉन्टिस यूनिवर्सिटी ऑफ एप्लाइड साइंसेज, आइंडहोवन के एक विशिष्ट प्रतिनिधिमंडल की मेजबानी की। प्रतिनिधिमंडल के साथ जीएलए के पदाधिकारियों ने बैठक कर विश्वविद्यालय की शैक्षणिक उपलब्धियों, रैंकिंग, अधोसंरचना और पाठ्यक्रमों के बारे में जानकारी दी। इस यात्रा का उद्देश्य अंतरराष्ट्रीय शैक्षणिक सहयोग को बढ़ावा देना था।
प्रतिनिधिमंडल के साथ जीएलए के पदाधिकारियों ने की बैठक
नीदरलैंड्स के फॉन्टिस यूनिवर्सिटी ऑफ एप्लाइड साइंसेज प्रतिनिधिमंडल में आईसीटी और इंटरनेशनल डुअल डिग्री प्रोग्राम प्रमुख डॉर्स मिशेल वान ईखाउट, डोसेंट एवं अंतर्राष्ट्रीय संबंध टीम सदस्य इर रूपाली गुप्ता और डोसेंट एवं अंतर्राष्ट्रीय संबंध सदस्य डा. इर सचिन भारद्वाज का जीएलए विश्वविद्यालय के अंतरराष्ट्रीय संबंध और शैक्षणिक सहयोग कार्यालय के डीन प्रो. दिलीप कुमार शर्मा और एसोसिएट डीन एकेडमिक प्रो. आशीष शुक्ला द्वारा गर्मजोशी से स्वागत किया गया। इसके बाद प्रतिनिधिमंडल ने कुलपति प्रो. अनूप कुमार गुप्ता एवं कुलसचिव अशोक कुमार सिंह के साथ एक औपचारिक बैठक की। इस चर्चा में प्रमुख संकाय सदस्य डीन एकेडमिक प्रो. आशीष शर्मा, डीन आइईटी प्रो. अशोक भंसाली, मैकेनिकल इंजीनियरिंग विभाग के विभागाध्यक्ष प्रो. पीयूष सिंघल, ईसीई एवं ईई विभाग के विभागाध्यक्ष प्रो. विनय देवलिया, प्रो. अतुल बंसल, डा. मनीष गुप्ता, गौरव पंत, दीक्षा अग्रवाल ने भी प्रतिभाग किया।
बैठक के दौरान डीन एकेडमिक प्रो. आशीष शर्मा ने जीएलए विश्वविद्यालय की शैक्षणिक उपलब्धियों, रैंकिंग, अधोसंरचना और पाठ्यक्रमों पर एक विस्तृत रूप से जानकारी दी। इसके बाद डॉर्स. मिशेल वान ईखाउट ने फॉन्टिस यूनिवर्सिटी की शैक्षणिक उपलब्धियों, संबद्धताओं और सुविधाओं की जानकारी दी। प्रतिनिधिमंडल ने नीदरलैंड्स में पढ़ाई की किफायती लागत और वहां की उच्च रोजगार संभावनाओं पर भी प्रकाश डाला। उन्होंने बताया कि अमेरिका की तुलना में नीदरलैंड्स में रहना और ट्यूशन फीस लगभग आधी है, जिससे भारतीय छात्रों को किफायती वैश्विक शिक्षा प्राप्त करने का अवसर मिल सकता है। इस सहयोग के तहत (2+2) और (3+1) ड्यूअल डिग्री कार्यक्रमों के लिए समझौता ज्ञापन एमओए/एमओयू की संभावनाएं तलाशी गईं।
साझेदारी शोध और शिक्षा के नए अवसर भी प्रदान करेगी
इसी दौरान संयुक्त अनुसंधान, संकाय विनिमय और संयुक्त सम्मेलन आयोजित करने की संभावनाओं पर भी चर्चा हुई। दोनों संस्थानों के बीच यह साझेदारी न केवल शैक्षणिक उत्कृष्टता को प्रोत्साहित करेगी, बल्कि छात्रों और शिक्षकों को वैश्विक मंच पर शोध और शिक्षा के नए अवसर भी प्रदान करेगी। साथ ही वैश्विक अनुभव, उद्योग इंटर्नशिप और अंतरराष्ट्रीय करियर संभावनाओं के द्वार खोलने का कार्य करेगी।
तत्पश्चात प्रतिनिधिमंडल ने इंटरनेशनल रिलेशन विभाग के डीन प्रो. दिलीप कुमार शर्मा के साथ जीएलए विश्वविद्यालय के अत्याधुनिक अनुसंधान केंद्रों, शैक्षणिक विभागों और छात्र सुविधाओं का भी दौरा किया। उन्होंने सीएसईडी-डीएससी इंडस्ट्रियल डेवलपमेंट सेंटर का अवलोकन किया और विश्वविद्यालय की अधोसंरचना, विशेष रूप से आधुनिक छात्रावासों, खेल परिसर, कैफेटेरिया और जीडी सबवे कॉम्प्लेक्स मॉल की प्रशंसा की।