लखनऊ : उत्तर प्रदेश में एक बार फिर से मानसून ने डेरा डाल दिया है। पिछले दो दिनों से लगातार आसमान में बादल छाए हैं और बारिश हो रही है। पिछले कुछ दिनों से बारिश का दौर थम सा गया था, जिससे गर्मी बढ़ गई थी। अब बारिश का अलर्ट जारी होने की वजह से लोगों को गर्मी से राहत मिलेगी। मौसम विभाग के अनुसार आज गरज के साथ बारिश होने की संभावना है। आकाशीय बिजली भी गिर सकती है।
मौसम विभाग ने बताया है कि उत्तर भारत, मध्य भारत और पूर्वी भारत में अगले तीन से चार दिनों तक एक्टिव मॉनसून की स्थिति बनी रहेगी। पश्चिमी मध्य प्रदेश, महाराष्ट्र, गुजरात में अगले तीन दिनों तक भारी से बहुत भारी बारिश होने वाली है। पूर्व और उत्तर पूर्व दिशा से आने वाली दवाओं का असर मौसम पर दिखाई पड़ेगा।
इन जिलों के लिए बारिश का अलर्ट
मौसम विभाग के अनुसार फतेहपुर, प्रतापगढ़, वाराणसी, जौनपुर, गाजीपुर, आजमगढ़, मऊ, बजलया, देवरिया, गोरखपुर, संत कबीर नगर, बस्ती, कुशीनगर, महाराजगंज, सिद्धार्थनगर, गोंडा, बलरामपुर, श्रावस्ती, बहराइच, सीतापुर, हरदोई, फर्रूखाबाद, कन्नौज, कानपुर देहात, कानपुर नगर, उन्नाव, लखनऊ, बाराबंकी, रायबरेली, अमेठी, सुल्तानपुर, अयोध्या, अंबेडकर नगर, आगरा, फिरोजाबाद, मैनपुरी, इटावा, औरैया, जालौन, हमीरपुर, झांसी एवं आसपास इलाकों में बिजली गिरने की संभावना है। इसके अलावा बस्ती, गोंडा, श्रावस्ती, बहराइच, बाराबंकी, रायबरेली, अमेठी, सुल्तानपुर, अयोध्या, अंबेडकर नगर एवं आसपास इलाकों में भारी बारिश होनेकी संभावना है।
यूपी के शहरों में मौसम का हाल जानते हैं…
- मुरादाबाद में रात में बूंदाबांदी हुई। शनिवार सुबह 5 बजे तक बारिश जारी रही। फिर मौसम साफ हो गया।
- बरेली में रात में रुक-रुक कर बूंदाबांदी हुई। आज सुबह बादल छाए हैं। तापमान में गिरावट से हल्की ठंडक है।
- अयोध्या में दूसरे दिन भी शनिवार सुबह से ही मूसलाधार बारिश हो रही है।
- मेरठ में रात 2 बजे हल्की बारिश हुई। शनिवार सुबह मौसम सुहाना है। हल्के बादल और हवा चल रही।
- नोएडा में देर रात बारिश हुई। शनिवार सुबह हल्की ठंडी हवा चल रही। बादल छाए हैं।
- झांसी में शुक्रवार शाम झमाझम बारिश हुई। शनिवार सुबह बादल छाए हैं।
मौसम विज्ञानी डॉ. पांडेय के मुताबिक, मानसून ट्रफ जैसलमेर, उदयपुर, भोपाल, रायपुर और पुरी से होकर पूर्व दक्षिणपूर्व की ओर पश्चिम मध्य बंगाल की खाड़ी तक पहुंच रही है। ओडिशा और आसपास के क्षेत्रों पर चक्रवाती परिसंचरण अब दक्षिण छत्तीसगढ़ और आसपास के क्षेत्रों पर बना है, जो औसत समुद्र तल से 7.6 किमी ऊपर तक फैला है। ऊंचाई के साथ दक्षिण की ओर झुका हुआ है। इसी से अच्छी बारिश हो रही है।