नई दिल्ली : नागरिकता संशोधन कानून की अधिसूचना जारी होने के बाद केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह का बड़ा बयान आया है। उन्होंने एक इंटरव्यू के दौरान कड़े शब्दों में कहा कि यह कानून कभी वापस नहीं लिया जाएगा और भारतीय जनता पार्टी के नेतृत्व वाली सरकार इसके साथ कभी समझौता नहीं करेगी। सामाचार एजेंसी एएनआई को दिए इंटरव्यू में गृहमंत्री ने पश्चिम बंगाल की सीएम ममता बनर्जी की टिप्पणी पर बात की। उन्होंने कहा, “वह दिन दूर नहीं, जब बीजेपी वहां (पश्चिम बंगाल) सत्ता में आएगी और घुसपैठ रोकेगी। अगर आप इस तरह की राजनीति करते हैं और इतने महत्वपूर्ण राष्ट्रीय सुरक्षा मुद्दे के साथ, आप तुष्टीकरण की राजनीति करके घुसपैठ की अनुमति देते हैं और इसका विरोध करते हैं।” शरणार्थियों को नागरिकता नहीं मिलेगी तो लोग आपके साथ नहीं रहेंगे। ममता बनर्जी को शरण लेने वाले और घुसपैठिए में अंतर नहीं पता…”
उन्होंने विपक्ष की ओर से लगाए गए भाजपा सीएए के माध्यम से एक नया वोट बैंक बना रही है वाले आरोप पर कहा कि विपक्ष के पास और कोई काम नहीं है…’उनका इतिहास है जो बोलते हैं वो करते नहीं, मोदी जी का इतिहास है जो बीजेपी या पीएम मोदी ने कहा वो पत्थर की लकीर है. मोदी की हर गारंटी पूरी होती है…
पीएम मोदी ने जो कहा वो पत्थर की लकीर
उन्होंने यहां तक कहा कि सर्जिकल स्ट्राइक और एयर स्ट्राइक में राजनीतिक लाभ था, तो क्या हमें आतंकवाद के खिलाफ कार्रवाई नहीं करनी चाहिए? उन्होंने यह भी कहा कि अनुच्छेद 370 को हटाना भी हमारे राजनीतिक लाभ के लिए था। हम 1950 से कह रहे हैं कि हम धारा 370 हटा देंगे। ‘उनका इतिहास है जो बोलते हैं करते नहीं हैं, मोदी जी का इतिहास है जो बीजेपी या पीएम मोदी ने कहा वो पत्थर की लकीर है। मोदी की हर गारंटी पूरी होती है..’ ।”