- महिला चिंतित, जानकारी न होने के चलते जनसेवा केन्द्रों पर भटक रही महिला
- महिला के पति गुलाब ने कहा कि पैन कार्ड के 200 रूपये लगे अब पता नहीं कैसे होगा सही
दैनिक उजाला, मथुरा : जनपद के आझई खुर्द निवासी सुनीता ने बीते तीन माह पहले चैमुंहा स्थित जनसेवा केन्द्र से आधार के माध्यम से पैन कार्ड के लिए आवेदन कराया था। आयकर विभाग ने जांच करने के बाद करीब 15 से 17 दिन के बाद पैन कार्ड को मंजूरी देकर तैयार कर आवेदन में अंकित पते पर प्रेषित कर दिया। पैन कार्ड मिला तो महिला चैंक गयी। चैंकने कारण भी चैंकाने वाला था। महिला के पैन कार्ड पर अज्ञात व्यक्ति और हस्ताक्षर लगे हुए थे, जो कि साफतौर पर आयकर विभाग की लापरवाही मानी जा रही है।

सुनीता ने बताया कि आवेदन के करीब 15 से 17 दिन के बाद भी पैन कार्ड पर भारी गलती सामने आयी है। इससे उनके कई कार्य रूके हुए हैं। सरकारी सुविधाओं का लाभ मिलने में काफी समस्या आ रही है। जनसुविधा केन्द्र संचालक ने इस गलती से हाथ खींच लिए हैं। महिला की समझ नहीं आ रहा है कि यह गलती कैसे सुधरेगी। वह कई जनसुविधा केन्द्रों के चक्कर काट चुकी हैं। उनका कहना है कि आयकर विभाग की लापरवाही मुझे झेलनी पड़ रही है।
सुनीता के पति गुलाब ने बताया कि जानकारी के अनुसार आयकर विभाग जांच करने के बाद पैन कार्ड जारी करता है। इसके बावजूद भी इतनी बड़ी गलती बहुत बड़ी लापरवाही है। अब यह लापरवाही आयकर विभाग की है, लेकिन झेलना हमें है। पहले फीस कटी फिर कटेगी। इसके बाद भी यह नहीं जानकारी की यह बनेगा भी या नहीं।