• सिंचाई विभाग के एक्सईएन ने रजवाह की सफाई होने के बाद निरीक्षण तक नहीं किया
  • दाऊजी दर्शन को आने वाले श्रद्धालुओं के लिए मुसीबत बनती है रजवाह की सिल्ट

दैनिक उजाला, बलदेव : सिंचाई विभाग के अधिकारियों की लापरवाही किसानों के अलावा बलदेव धार्मिक नगरी पर हावी होकर मुंह चिढ़ा रही है। यह लापरवाही इस कदर हावी है कि दाऊजी दर्शन को आने वाले श्रद्धालुओं के ठहरने में यह समस्या बनकर उभरती है।

बीते वर्ष मांट ब्रांच गंग नहर से निकलने वाले रजवाहा की सफाई कराई गई। हालात ये रहे कि सिंचाई विभाग के अधिकारियों ने आंख मूंदकर यह सफाई कराई। सफाई के दौरान मशीन ने जहां सिल्ट डाली वह अधिकारियों के लिए ठीक रही, लेकिन बलदेव वासियों तथा दाऊजी दर्शन को आने वाले श्रद्धालुओं के लिए मुसीबत बन रही है।

कस्बा स्थित रजवाहा चौराहे के समीप बने शिवजी के मंदिर के पीछे पड़ी यह सिल्ट धार्मिंक नगरी को मुंह चिढ़ा रही है। स्थिति ये है कि यहां आसपास ठहरने वाले श्रद्धालुओं के लिए यह रोरा बन रही है। स्थानीय वासिंदों का कहना है कि यह सिल्ट अगर समतल हो जाती तो, ठीक रहती। उबड़-खाबड़ बनकर पड़ी यह सिल्ट किसी काम की नहीं है। अगर यह समतल होती तो रजवाहा की पटरी के समीप श्रद्धालु अपना विश्राम स्थल बनाकर ठहरते।

बलदेव विकास समिति के अध्यक्ष ज्ञानेन्द्र पांडेय ने कहते हैं कि धार्मिक नगरी हो या कोई और जगह इससे अधिकारियों को कोई लेना-देना नहीं। आंख मूंदकर कार्य कराया और चले गये। अगर यही सिल्ट उसी जगह समतल हो जाती तो धार्मिक नगरी में ठीक लगती। आज तक इस ओर सिंचाई विभाग के एक्सईएन तथा एसई ने झांककर तक नहीं देखा। ऐसा लगता है कि इस धार्मिक नगरी से एसडीओ और जेई तो बिल्कुल अनजान हैं।

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