नई दिल्ली : सूडान में भारतीयों से संबंधित स्थिति की समीक्षा के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी एक उच्च स्तरीय बैठक की अध्यक्षता की।
अर्धसैनिक रैपिड सपोर्ट फोर्स (RSF) और सूडानी सशस्त्र बल (SAF) के बीच संघर्ष (Sudan Conflict) का असर भारतीयों पर भी पड़ रहा है। इस लड़ाई के बीच कई भारतीय सूडान में फंस गए हैं।

सूडान में सेना व रैपिड सपोर्ट फोर्स के बीच जारी गृहयुद्ध को लेकर मंगलवार देर शाम को दोनों पक्षों ने 24 घंटे के संघर्ष विराम पर सहमति जताई थी। पर युद्धविराम टूट गया। बुधवार को डब्ल्यूएचओ ने सूडान में 270 मौतों की बात कही जबकि 2,600 से ज्यादा घायल बताए थे। सूडान में फंसे भारतीयों की सुरक्षा को लेकर भारत नजर बनाए रखे हुए है। विदेश मंत्री जयशंकर ने अमेरिका, ब्रिटेन, यूएई व सऊदी अरब से वार्ता कर समन्वय शुरू कर दिया है। गोलाबारी व हवाई हमलों ने राजधानी खारतूम और नील नदी के ओमडुरमैन शहर को हिलाकर रख दिया है। बताया जा रहा है कि, देश के किसी अनजान जगह पर 31 भारतीयों के फंसे होने की खबरें हैं। सूडान की सेना ने अक्टूबर 2021 में तख्तापलट कर सत्ता पर कब्जा कर लिया था। तब से यह हालात बने हुए हैं।

भारतीयों की सुरक्षा पर चार देशों से चर्चा की

भारतीयों की सुरक्षा पर विदेश मंत्री जयशंकर ने चार देशों से चर्चा के बाद ट्वीट किया कि, सऊदी अरब के विदेश मंत्री शेख अब्दुल्ला बिन जायद अल नाहयान का शुक्रिया, जो हमारे संपर्क में हैं। उन्हें सऊदी अरब के विदेश मंत्री फैसल बिन फरहान व ब्रिटेन-अमेरिका से भी व्यावहारिक समर्थन का आश्वासन मिला है।

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