दैनिक उजाला, स्पोर्ट्स डेस्क : मेलबर्न टेस्ट में करियर का पहला शतक लगाने नीतीश रेड्डी के पिता मुत्याला रेड्डी ने पूर्व क्रिकेटर सुनील गावस्कर से मुलाकात की। इस दौरान मुत्याला ने पैरों पर सिर रखकर गावस्कर को नमस्कार किया।

गावस्कर ने मुत्याला को उठाया और गले से लगा लिया। इस इमोशनल मोमेंट पर गावस्कर भी रो पड़े। उन्होंने कहा, “आपके बलिदान की वजह से भारत को नीतीश रेड्डी नाम का हीरा मिला है। हम जानते हैं कि आपने कितना त्याग किया है। बहुत संघर्ष किया है। आपकी वजह से मैं रो रहा हूं। आपकी वजह से भारत को हीरा मिला है, भारतीय क्रिकेट को हीरा मिला है।”

नीतीश के पिता मुत्याला मीडिया बॉक्स में लीजेंड क्रिकेटर सुनील गावस्कर से मिलते हुए।

नीतीश के पिता मुत्याला मीडिया बॉक्स में लीजेंड क्रिकेटर सुनील गावस्कर से मिलते हुए।

नीतीश के शतक के बाद मुत्याला ने हाथ जोड़। वे रो पड़े और कहा था कि ये स्पेशल मोमेंट, कभी नहीं भूलेंगे।

नीतीश के शतक के बाद मुत्याला ने हाथ जोड़। वे रो पड़े और कहा था कि ये स्पेशल मोमेंट, कभी नहीं भूलेंगे।

सुनील गावस्कर ने दिया था स्टैंडिंग ओवेशन

नीतीश रेड्डी ने बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी (BGT) के पहले मैच से टेस्ट में डेब्यू किया है। मेलबर्न में चौथे मैच के तीसरे दिन शनिवार को उन्होंने करियर का पहला शतक बनाया। नीतीश के शतक के बाद सुनील गावस्कर ने उन्हें स्टैंडिंग ओवेशन दिया था।

पिता ने नीतीश के लिए नौकरी छोड़ दी थी

मुताल्या रेड्डी ने अपने बेटे की क्रिकेटिंग स्किल्स निखारने के लिए 2016 में हिंदुस्तान जिंक में अपनी नौकरी छोड़ दी। नीतीश ने भी अपने पिता के त्याग की चर्चा BCCI टीवी को दिए इंटरव्यू में भी की।

नीतीश ने कहा था, “सच कहूं तो बचपन में मैं क्रिकेट के प्रति ज्यादा सीरियस नहीं था। मेरे पिता ने मेरे लिए नौकरी छोड़ दी थी। मेरी कहानी के पीछे मेरे पिता और परिवार का बहुत त्याग रहा है। एक दिन मैंने पैसे की कमी के कारण उन्हें रोते हुए देखा। तब मुझे अहसास हुआ कि इस तरह मजे के लिए क्रिकेट नहीं खेली जा सकती।

यहां से मैं क्रिकेट के प्रति पूरी तरह सीरियस हो गया। मैंने बहुत ज्यादा कड़ा परिश्रम किया और इसका मुझे रिजल्ट मिला। अब मुझे खुद पर गर्व है कि मेरे पिता अब खुश हैं।”

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