- 1988 बैच के कॉलेज पासआउट दो दोस्त 36 साल बाद महाकुंभ के मेले में प्रयागराज में मिले
महाकुंभ : अब वो जमाना गया जब महाकुंभ में दो लोग बिछड़ जाया करते थे। लेकिन अब इस नए जमाने में लोग महाकुंभ में ही मिल जाते हैं। अब इन पुलिस वाले अंकल जी को ही देख लीजिए। जो अपने कॉलेज के 36 साल बाद अपनी क्लासमेट से महाकुंभ में मिले। जिसके बाद तो दोनों ने कॉलेज के दिनों को याद करते हुए खूब ठहाके लगाए। ऐसा लगा जैसे एक बार फिर से वे अपने कॉलेज पहुंच गए हों। दोनों क्लासमेट्स के शरीर पर झुर्रियां आ गई है लेकिन कॉलेज की यादें आज भी दिल में इस तरह जीवित हैं जैसे मानो कल की ही बात हो। महाकुंभ में कॉलेज की अपनी दोस्त से मिलने के बाद पुलिस वाले अंकल ने उनके साथ एक वीडियो भी बनाया और लोगों से उनका परिचय भी करवाया। साथ में दोनों दोस्तों ने एक दूसरे की खूब खिंचाई भी की।
वीडियो में दिख रहे पुलिस वाले अंकल का नाम संजीव कुमार सिंह है। जिनकी ड्यूटी महाकुंभ मेले में लगी हुई है। इसी मेले में वे अपनी दोस्त रश्मि गुप्ता से 36 साल बाद मिले। सन् 1988 के बाद ये पहली बार था जब वे एक दूसरे से मिले। फिलहल रश्मि गुप्ता जी KKV डिग्री कॉलेज लखनऊ में टीचर हैं और पुलिस अंकल अब थानेदार बन चुके हैं। पुलिस अंकल ने इस वीडियो को शेयर करते हुए बहुत ही खुश मिजाज से अपनी दोस्त रश्मि जी का परिचय करवाते हैं और कहते हैं कि 1988 में वे और रश्मि जी एक ही डिग्री कॉलेज में साथ पढ़ा करते थे। उसके बाद से आज महाकुंभ में उनकी मुलाकात उनसे हुई है।
दोस्त ने पुलिस वाले अंकल की पर्सनालिटी की खूब तारीफ की
वीडियो में संजीव अपनी क्लासमेट से यह पूछते हैं कि महाकुंभ में आकर उन्हें कैसा लगा। इस पर रश्मि जी मुस्कुराते हुए जवाब देती हैं और कहती हैं कि उन्हें यहां आकर बहुत ही अच्छा लग रहा है। यहां व्यवस्थाएं भी दुरुस्त हैं और संजीव ने स्पेशली हमारे लिए बहुत ही अच्छा करवा दिया। फिर रश्मि जी कॉलेज के दिनों को याद करते हुए अपने क्लासमेट संजीव की खिंचाई करना शुरू करती हैं। रश्मि जी बताती हैं कि कॉलेज के दिनों में संजीव बड़े ही शर्मीले स्वभाव के थे, जो कॉलेज में बिल्कुल शांत और सीधे-साधे हुआ करते थे। लेकिन अब उनकी पर्सनालिटी बहुत ही बढ़िया हो गई है।
अंकल ने दोस्त की तारीफ को बताया झूठा
रश्मि जी की ये बातें सुनकर संजीव बोलते हैं कि आदमी अपनी जवानी में अच्छा लगता है। अब कोई बताए कि भला बुढ़ापे में कौन अच्छा लगता है। आज मेरी उम्र 55 साल से अधिक हो चुकी है और आज ये मेरी तारीफ कर रही हैं। अगर इन्होंने और इनकी दोस्तों ने पढ़ाई करते समय हमारी तारीफ की होती तो मेरे दिन भी आज अच्छे गुजरे होते। लेकिन इन्होंने उस समय तो हमें बिल्कुल भी घास नहीं डाली और मुझे भैरव बाबा का गढ़ समझा करती थीं। ये और इनकी गैंग मेरी तरफ से नमस्ते और गुड मॉर्निंग का भी जवाब नहीं देती थीं और आज ये हमारी बहुत तारीफ कर रही हैं। चलिए ये झूठी तारीफ भी हम स्वीकार कर लेते हैं।
लोगों ने वीडियो पर बरसाया अपना प्यार
संजीव के इन बातों को सुन रश्मि जी खिलखिलाकर हंस पड़ती हैं और बोलती हैं कि उम्र के साथ इंसान और भी परिपक्व हो जाता है, ये आज समझी मैं। इस पर पुलिस वाले अंकल हंसते हुए बोलते हैं कि चलो भाई मैं टीचर साहिबा की इस बात को भी स्वीकार कर लेता हूं कि कॉलेज के दिनों में मैं भोंदू हुआ करता था। अब जाकर मुझे अक्ल आई है। एक तो आप इतने दिनों बाद महाकुंभ में मुझसे मिली और कितने प्यार से मुझे जलील कर रही हैं। वीडियो इसी प्वाइंट पर खत्म हो जाता है। वीडियो को संजीव जी ने अपने इंस्टाग्राम हैंडल @sanjeevksingh112 से पोस्ट किया है। जिस पर लोगों ने कमेंट कर खूब मजे लिए। जहां कुछ लोगों ने रश्मि जी को उनकी एक्स बताया तो कुछ लोगों ने इस दोस्ती के किस्से पर खूब प्यार लुटाया।