- व्यवस्था परिवर्तन से सुशासन, डी.बी.टी. के उपयोग से बचे 1182.23 करोड़ रुपये
- परिवार पहचान पत्र के माध्यम से घर बैठे 45 लाख परिवारों को 397 योजनाओं व सेवाओं का मिल रहा लाभ
- हरियाणा में सामाजिक सुरक्षा पेंशन 2,750 रुपये मासिक, जो देश में सर्वाधिक
- बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ अभियान- वर्ष 2014 में जन्म के समय लिंगानुपात 871 था, आज सुधरकर 932 तक पहुंचा
चंडीगढ़ : हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल के नेतृत्व में आज से 9 वर्ष पहले व्यवस्था परिवर्तन कर प्रदेश के समावेशी विकास की जो परिकल्पना की गई थी, आज उसके बेहतर परिणाम सामने आ रहे हैं। विगत 9 सालों का कार्यकाल व्यवस्था परिवर्तन, सबका साथ-सबका विकास-सबका विश्वास-सबका प्रयास, संवेदनशील व पारदर्शी प्रशासन और अंत्योदय उत्थान का साक्षी रहा है। मुख्यमंत्री मनोहर लाल के कुशल नेतृत्व में राज्य सरकार ने ऐसी व्यवस्था कायम की है, जिसने भ्रष्टाचार पर प्रहार किया है। भाई-भतीजावाद व क्षेत्रवाद को खत्म कर प्रदेश का एक समान विकास किया है। आज हरियाणा के विकास की दशा व दिशा पूरी तरह बदल गई है। आज प्रदेश के खेतों में अनाज की भरपूर पैदावार हो रही, किसान खुशहाल है, उद्योग का पहिया तेजी से घूम रहा है, विश्व स्तर का इन्फ्रास्ट्रक्चर, गरीब से गरीब व्यक्ति तक योजनाओं का लाभ पहुंच रहा है और युवा स्वाभिमानी एवं स्वावलंबी बन रहे हैं।
प्रदेश सरकार के आज 9 वर्ष पूरे होने के उपलक्ष्य में मुख्यमंत्री मनोहर लाल आज यहां प्रेस वार्ता को संबोधित कर रहे थे। इस मौके पर स्कूल शिक्षा मंत्री कंवर पाल भी उपस्थित रहे। 9 वर्ष की उपलब्धियां साझा करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि 26 अक्तूबर, 2014 को प्रदेश के शासन की बागडोर जब पहली बार सम्भाली थी तो उस प्रदेश में निराशा, अविश्वास, कुण्ठा, अवसाद और आक्रोश का माहौल था। भाई-भतीजावाद, क्षेत्रवाद का बोलबाला था। भ्रष्टाचार का नासूर प्रशासन के हर स्तर पर फैला हुआ था। आज यह कहते हुए गर्व है कि आज परिस्थितियां एकदम बदली हुई हैं। हमने नेक नीयत और बुलंद इरादों के साथ जनता के अविश्वास को विश्वास में बदला है। निराशा को आशा में बदला है। व्यवस्था परिवर्तन का काम किया है। जन-आकांक्षाएं फलीभूत हो रही हैं और एक नया हरियाणा बना है।
मनोहर लाल ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के गरीब से गरीब व्यक्ति के जीवन में सुधार लाने के विजन व पंडित दीनदयाल उपाध्याय के अंत्योदय दर्शन से प्रेरित होकर सामाजिक न्याय से संपूर्ण विकास की अवधारणा पर चलते हुए प्रदेश में समाज कल्याण के एक नए युग का सूत्रपात किया है। आज सुधार के संकल्प के परिणाम आ रहे हैं। अब सरकारी सेवाओं व योजनाओं के लाभ घर बैठे मिलने लगे हैं।
मनोहर लाल ने कहा कि हमने कई उपलब्धियां हासिल की हैं, फिर भी मुख्य तौर पर बात की जाए तो 9 सालों में 9 बड़े काम हमने किए हैं। परिवार पहचान पत्र बनाकर प्रभावी तरीके से घर बैठे 45 लाख परिवारों को 397 योजनाओं व सेवाओं का लाभ प्रदान किया जा रहा है। आज अन्य राज्य हमारी परिवार पहचान पत्र योजना का अनुसरण कर रहे हैं। सरकार ने बी.पी.एल. की वार्षिक आय सीमा 1.20 लाख रुपये से बढ़ाकर 1.80 लाख रुपये कर अधिक से अधिक परिवारों को योजनाओं के लाभ के दायरे में लेकर आए हैं। आज हरियाणा में सामाजिक सुरक्षा पेंशन 2,750 रुपये मासिक देश में सर्वाधिक मिल रही है। बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ अभियान को सफलतापूर्वक लागू करके जन्म के समय लिंगानुपात जो वर्ष 2014 में 871 था, वो आज सुधरकर 932 (सितम्बर, 2023) तक पहुंचा है।
इनके अलावा, मेरी फसल-मेरा ब्योरा पोर्टल किसानों के लिए कल्याणकारी साबित हुआ है। सरकार ने डी.बी.टी. के माध्यम से 12 लाख किसानों के खातों में फसल खरीद के 85 हजार करोड़ रुपये डाले हैं। चिरायु/आयुष्मान भारत योजना के तहत प्रदेश के 30 लाख परिवारों को 5 लाख रुपये तक का सालाना मुफ्त इलाज की सुविधा मिल रही है। प्रधानमंत्री स्वामित्व योजना के तहत गांवों में लाल डोरा के भीतर 25 लाख से अधिक परिवारों को मालिकाना हक देने का काम किया है। इतना ही नहीं, हर ग्रामीण घर (31.41 लाख) में नल से स्वच्छ पेयजल पहुंचाया है और 5791 (86 प्रतिशत) गांवों में 24 घंटे बिजली दी जा रही है। शिक्षा क्षेत्र में बड़ा कदम उठाते हुए ई-लर्निंग को बढ़ावा देने के लिए सरकारी स्कूलों के बच्चों को 5.50 लाख टेबलेट्स निःशुल्क वितरित किए गए हैं। विकास की दृष्टि से आज हरियाणा का हर जिला नेशनल हाइवे से जुड़ा है और हिसार व अंबाला में दो नये नागरिक हवाई अड्डे बन रहे हैं।