• स्थिति ये है कि एआरटीओ प्रशासन ने पुराने डीएल धारकों की सुनने की वजाय नया बनवाने का फरमान जारी कर दिया है
  • पुराने डीएल अब नवीनीकरण नहीं होंगे नए ही बनेंगे इस फरमान से धारक परेशान

दैनिक उजाला, मथुरा : ये मथुरा का सहायक संभागीय परिवहन कार्यालय है, जो कि हमेशां दलालों के माध्यम से संचालित होने के लिए खबरों में बना रहता है। यहीं से ऐसे कारनामे होते हैं जो लंबे समय तक चर्चा में रहते हैं। अब यहां की स्थिति एक नए दौर से गुजर रही है। पुराने डीएल धारक आर्थिक और मानसिक रूप से इस कदर परेशान हैं कि वह कुछ कर नहीं पा रहे हैं, लेकिन एआरटीओ प्रशासन की लापरवाही इस कदर हावी है कि वह डीएल धारकों की समस्या को छोटा करने की वजाय बढ़ाते हुए नजर आ रहे हैं।

बलदेव के सुजीत वर्मा कहते हैं कि वह पिछले कई माह से एआरटीओ कार्यालय के बाबुओं के पास जाकर पुराने लाइसेंस को नवीनीकरण कराने की गुहार लगा चुके हैं, लेकिन बाबुओं के कान पर आज तक जूं तक नहीं रेंगी। इसके बाद वह एआरटीओ प्रशासन से मिल चुके हैं, लेकिन एआरटीओ ने एक नया शिगुफा जारी कर दिया कि नया बनवाओ। एआरटीओ के इस शिगुफे से पुराने लाइसेंस धारक इतने पेरशान हैं कि वह कुछ कर नहीं पा रहे हैं। क्योंकि उनकी सुनने के लिए कोई तैयार ही नहीं है। सुजीत कहते हैं कि पुराना लाइसेंस ही अगर नवीनीकरण होता है तो एक ही बार फीस कटेगी और कम समय में ही काम हो जायेगा, लेकिन नया बनेगा तो पहले लर्निंग फिर पीवीसी कार्ड वाला लाइसेंस जारी होगा। यानि दो बाद फीस जमा होगी, जिसके लिए भी बिना दलालों के बिना कोई कार्य संपादित नहीं होगा।

छाता तहसील तरौली निवासी दिगंबर सिंह कहते हैं कि न तो पुराने लाइसें बैंकलाॅग में सेव हो रहे हैं और न ही एआरटीओ प्रशासन की तरफ इन समस्याओं पर कोई ध्यान दिया जा रहा है। स्थिति ये है कि हमारा दूना पैसा लगेगा और समय भी अधिक। इसके बावजूद भी यह बिल्कुल पक्का नहीं कि लाइसेंस जारी हो ही जायेगा। बाहर बैकलाॅग पर कार्य न होने का नोटिस एआरटीओ के माध्यम से चस्पा कर दिया है, जो कि पुराने लाइसेंस धारकों को मुंह चिढ़ा रहा है।

अब तो स्थिति ये हो गई है कि एआरटीओ कार्यालय पर कोई सुनने को तैयार नहीं है। आखिर ये समस्याएं कब तक रहेंगी और कब तक पुराने लाइसेंस धारक मानसिक और आर्थिक रूप से परेशान होते रहेंगे। पुराने लाइसेंस धारकों ने इस समस्या के जल्द समाधान की मांग की है।

नोटिस चस्पा कर हो गई इतिश्री

बैकलाॅग एंट्री को लेकर कार्यालय पर चस्पा नोटिस हो सकता है कि एक वर्ष या उससे अधिक पुराना हो या फिर कुछ माह पहले या दिनों पहले चस्पा किया हो ! क्योंकि नोटिस पर कोई तिथि अंकित नहीं है। यह भी एक परेशान करने वाली बात है। एआरटीओ प्रशासन द्वारा जारी यह नोटिस भी पुराना लाइसेंस धारकों के मानसिक प्रताड़ना दे रहा है।

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