- जीएलए पॉलीटेक्निक मैकेनिकल और सिविल इंजीनियरिंग के छात्रों को मिली नौकरी
दैनिक उजाला, मथुरा : विश्वस्तर पर पाइपिंग समाधान पेश करने वाली डी पाइपिंग कंपनी ने जीएलए विश्वविद्यालय, मथुरा के पॉलीटेक्निक संस्थान में कैंपस प्लेसमेंट किया। कैंपस के दौरान पॉलीटेक्निक मैकेनिकल एवं सिविल इंजीनियरिंग के 9 छात्रों को रोजगार प्रदान किया।
जीएलए विश्वविद्यालय पॉलीटेक्निक संस्थान के मैकेनिकल इंजीनियरिंग एवं सिविल इंजीनियरिंग के छात्रों को कंपनी अधिकारियों ने सर्वप्रथम कंपनी की कार्यप्रणाली से रूबरू कराया। इसके बाद छात्रों की लिखित और मौखिक परीक्षा आयोजित हुई। कंपनी अधिकारियों ने छात्रों से मौखिक परीक्षा के दौरान रूबरू होने बाद उनके अनुभव के बारे में बताते हुए कहा कि छात्रों ने इंजीनियरिंग की प्रयोगशालाओं में यांत्रिकी और सविल उपकरणों के बारे में उच्चकोटि की जानकारी दी।
तत्पश्चात कंपनी अधिकारियों ने चयनित छात्रों की सूची जारी की। जिसमें मैकेनिकल इंजीनियरिंग के 8 छात्र योगेन्द्र सिंह, रोहताश चौधरी, पवन शर्मा, आकाश लोखना, सचिन गुप्ता, योगेश सिसौदिया, आकाश सोलंकी, सुरजीत सोलकी तथा सिविल इंजीनियरिंग के एक छात्र सुनील कुमार का चयन हुआ। चयनित होने के बाद छात्रों के चेहरे खिलखिला उठे। सभी ने एक दूसरे को बधाई दी।
चयनित छात्र योगेश सिसौदिया ने डिप्लोमा में अध्ययन के दौरान अपने अनुभव साझा करते हुए कहा कि संस्थान में मौजूद उच्च स्तरीय प्रयोगशालाएं व उनमें की जाने वाली प्रयोगिक संक्रियाआें के माध्यम से मिले ज्ञान से यह सफलता हासिल हुई है। छात्र सचिन ने बताया कि संस्थान शुरूआत से ही छात्र-छात्राओं के व्यक्तित्व विकास, प्रभावी बोलचाल, मौखिक परीक्षा के दौरान शारीरिक व मानसिक रूप से दक्ष रहने का ज्ञान आदि पर विशेष केन्द्रित करता है।
पॉलीटेक्निक संस्थान के प्राचार्य डा. विकास कुमार शर्मा ने बताया कि विश्वविद्यालय की एक टीम विद्यार्थियों के हितों को ध्यान में रखकर कार्य करती है। समय-समय पर एक से बढ़कर एक कंपनियों में पहुंचकर और अधिकारियों से मुलाकात करती है। डा. शर्मा ने बताया कि जीएलए पॉलीटेक्निक के शिक्षक इंजीनियरिंग यांत्रिकी, सामग्री विज्ञान और परीक्षण, द्रव मशीन, सर्वेक्षण, भू तकनीकी इंजीनियरिंग प्रयोगशालाओं में आदि तकनीक के माध्यम से छात्रों को तकनीकी शिक्षा प्रदान करते हैं।
ट्रेनिंग एंड प्लेसमेंट विभाग के वाइस प्रेसीडेंट कॉरपोरेट रिलेशन अमित जैन ने बताया कि अभी अधिक से अधिक कंपनियां आना बाकी हैं। डिप्लोमा इंजीनियरिंग के छात्रों को रोजगार देने के लिए अभी कई अवसर मिलेंगे। छात्रों को कमर कसकर तैयार रहने की जरूरत है।