दैनिक उजाला, मथुरा : मथुरा की जिला पंचायत राज अधिकारी को विजिलेंस टीम द्वारा मंगलवार को गिरफ्तार करने के बाद बुधवार को भी उनके कार्यालय पर सन्नाटा पसरा रहा। यहां मौजूद अधिकारी और कर्मचारी किसी भी तरह से बात करने के लिए तैयार नहीं है। DPRO के ऑफिस पर ताला लगा हुआ है।

मंगलवार को जिला पंचायत राज अधिकारी किरण चौधरी को लखनऊ से आई विजिलेंस टीम ने उनको गिरफ्तार कर लिया था। टीम ने किरण चौधरी को थाना हाइवे क्षेत्र में स्थित इंद्रप्रस्थ कॉलोनी स्थित घर से गिरफ्तार किया। यहां विजिलेंस टीम 4 गाड़ियों से पहुंची थी। जिसमें महिला अधिकारी भी थीं।

प्रधान ने की थी शिकायत

DPRO के खिलाफ फरह ब्लॉक के गांव झुडावई के प्रधान प्रताप सिंह ने विजिलेंस में शिकायत की थी ।प्रधान प्रताप सिंह ने उत्तर प्रदेश सतर्कता अधिष्ठान को शिकायत की कि ग्राम सभा में वर्ष 2022-23 में अस्थायी गौशाला के टीन शेड का निर्माण मे०हरेकृष्णा कंस्ट्रक्शन से निविदा प्रक्रिया से कराया गया था। कराये गये कार्य का भुगतान कर दिया गया था, जिसमें कतिपय कमियाँ होने के कारण जिला मजिस्ट्रेट द्वारा 10 जून 2024 को प्रार्थी के विरूद्ध उ०प्र०पंचायती राज्य अधिनियम 1947 की धारा 95 की उपधारा (1) के खण्ड (छः) के अन्तर्गत वित्तीय एवं प्रशासनिक अधिकारों से विरत करते हुये ग्राम पंचायत के निर्वाचित सदस्यों में तीन सदस्यीय समिति गठित कर कार्यवाही किये जाने के आदेश दिये गये थे, जिसकी प्रतिलिपि जिला पंचायती राज अधिकारी, मथुरा को भी की गयी थी।

किरन चौधरी, जिला पंचायत राज अधिकारी द्वारा प्रकरण से संबंधित अभिलेखों सहित पत्रावली उपलब्ध कराने हेतु प्रार्थी के विरूद्ध नोटिस जारी किया गया। जिसके अनुपालन में प्रार्थी व सचिव के द्वारा प्रकरण से संबंधित अभिलेखों सहित पत्रावली किरन चौधरी, जिला पंचायत राज अधिकारी को उपलब्ध करा दी गयी। किरन चौधरी द्वारा अपने पद का दुरूपयोग करते हुये प्रार्थी के पक्ष में रिपोर्ट लगाने हेतु रिश्वत के रूप में रू0 70,000/- की माँग अपने सेवानिवृत्त ड्राइवर बिजेन्द्र सिंह के माध्यम से की गई। प्रार्थी रिश्वत के रूप में रू0 70,000/- किरन चौधरी को नहीं देना चाहता है बल्कि उन्हें रिश्वत के देते समय रंगे हाथों पकड़वाना चाहता है।

प्रधान की शिकायत पर विजिलेंस टीम ने कार्यवाही की थी

प्रधान की शिकायत पर विजिलेंस टीम ने कार्यवाही की थी

खाली पड़ी रही कुर्सी

प्रधान की शिकायत पर हुई कार्यवाही के बाद बुधवार को जिला पंचायत राज अधिकारी के कार्यालय में अलग ही नजारा था। राजीव भवन स्थित कार्यालय पर सन्नाटा पसरा हुआ था। DPRO की कुर्सी खाली थी। इक्का दुक्का फरियादी आए लेकिन कोई न मिलने पर वापस लौट गए। कार्यालय से संबंधित कोई भी अधिकारी और कर्मचारी इस मामले पर जानकारी देने से बचता रहा।

पूर्व विधायक ने भी की थी शिकायत

DPRO के खिलाफ भाजपा के पूर्व विधायक प्रणत पाल सिंह ने भी शिकायत की थी। पूर्व विधायक ने 13 फरवरी 2024 को मुख्यमंत्री को पत्र लिखते हुए भ्रष्ट आचरण के सम्बन्ध में शिकायत की थी। जिसमें पूर्व विधायक ने आरोप लगाया कि DPRO किरण चौधरी 3 वर्ष से मथुरा में तैनात हैं और इनके कार्यालय में भ्रष्टाचार का खुला बोलबाला है।

पूर्व विधायक प्रणत पाल सिंह ने फरवरी 2024 को शिकायत की थी

पूर्व विधायक प्रणत पाल सिंह ने फरवरी 2024 को शिकायत की थी

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