नई दिल्ली : ठोस शांति प्रयासों के अभाव में इजरायल-गाजा युद्ध अब वैश्विक शक्तियों के सैन्य हस्तक्षेप के करीब जाते दिख रहा है। एक तरफ अमरीका ने मध्यपूर्व में अपने सेना को हाई अलर्ट पर रखते हुए क्षेत्र में तैनात अपनी सभी रक्षा प्रणालियों को एक्टिवेट कर दिया है। इसके साथ ही अमरीका ने क्षेत्र में अतिरिक्त सैन्य बलों की तैनाती का आदेश दिया है। इतना ही नहीं, पेंटागन ने क्षेत्र में टर्मिनल हाई एल्टीट्यूड एरिया डिफेंस (थाड) एंटी मिसाइल सिस्टम और पैट्रियट एयर डिफेंस मिसाइल सिस्टम की तैनाती कर दी गई है। दूसरी तरफ, चीनी अखबार साउथ चाइना मॉर्निंग पोस्ट ने दावा किया है कि चीन के छह युद्धपोत इन दिनों पश्चिम एशिया में सक्रिय हैं। रिपोर्ट के अनुसार चीन की पीपुल्स लिबरेशन आर्मी की पूर्वी और उत्तरी कमान के एंटी-मिसाइल डिफेंस प्रणाली से सज्जित युद्धपोत इस क्षेत्र तैनात हैं।

मध्यपूर्व में सैन्य तैनाती बढ़ाते हुए अमरीकी रक्षा सचिव लॉयड ऑस्टिन ने एक बयान में कहा है कि यह कदम ईरान और उसकी प्रॉक्सी ताकतों द्वारा मध्य पूर्व में बढ़ाई गई हालिया तैनाती के जवाब में है। ऑस्टिन ने कहा, अतिरिक्त सेना और हथियारों की तैनाती का मकसद क्षेत्रीय निरोधात्मक प्रयासों को बढ़ाना, अमरीकी सैन्य बलों की रक्षा करना और इजराइल की रक्षा में मदद करना है। हालांकि, ऑस्टिन ने यह नहीं बताया कि क्षेत्र में कितने अतिरिक्त अमरीकी सैनिक तैनात किए जाएंगे। ऑस्टिन ने कहा, यह कदम अमरीकी राष्ट्रपति जो बाइडन के साथ ‘विस्तृत चर्चा’ के बाद उठाया गया है।

हमास के करीब 2500 आतंकियों के हमले के बाद इजरायल की मोसाद और शिन बेट जैसी सुरक्षा एजेंसियों की साख पर बट्टा लगा है। इसके मद्देनजर इजरायल ने अब हमास के आतंकियों को खत्म करने के लिए एक नई एजेंसी ‘निली’ का गठन किया है। इस एजेंसी को इजरायल पर हमला करने वाले हमास के हर नुखवा (हमास के सैनिक कमांडो) आतंकी को खत्म करने का टारगेट दिया गया है। माना जा रहा है कि यह एजेंसी अपने टारगेट को भेदने की तैयारी में लग गई है।

इजरायल ने रविवार को वेस्ट बैंक के जेनिन में अल-अंसार मस्जिद पर हवाई हमला किया है। इजरायली सेना का दावा है कि हमले में हमास और इस्लामिक जिहाद के दो आतंकवादी गुर्गों को ढेर कर दिया। ये आतंकी किसी बहुत बड़े हमले की प्लानिंग कर रहे थे।

इजरायल के पीएम बेंजामिन नेतन्याहू ने कहा है कि अगर हिजबुल्लाह इस युद्ध में कूदता है तो वो अपने जीवन की सबसे बड़ी गलती करेगा। नेतन्याहू ने कहा कि हम उस पर इतनी ताकत से हमला करेंगे कि वह कल्पना भी नहीं कर सकता। यह उसके तथा लेबनान के लिए विनाश लेकर आएगा। नेतन्याहू ने कहा, सिर्फ यह कहना कि ये युद्ध है, इतना काफी नहीं है। अपने सैनिकों से बात करते हुए उन्होंने कहा, यहां हालात इस तरह के हैं कि अगर हम मारेंगे नहीं तो मारा जाना तय है।

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