बाड़मेर : भारत-पाकिस्तान के बीच सीजफायर के बाद हालात सामान्य होने लगे हैं। बीती रात 8 बजकर 40 मिनट पर बाड़मेर शहर में फिर से करीब 15 मिनट तक सायरन बजा। प्रशासन की ओर से लोगों को घरों में रहने और ब्लैक आउट के नियमों की पालना करने की अपील की गई। इधर प्रशासन व पुलिस की टीमें ब्लैकआउट की पालना के लिए शहर में गश्त पर रही।
पाकिस्तान भरोसे के लायक नहीं, नक्शे से मिटा देना चाहिए
- बाड़मेर निवासी कन्हैयालाल ने कहा कि पाकिस्तान ने जो नापाक हरकत की है भारत ने अच्छा जवाब दिया है।
- मगर अब यह चाहते हैं कि पाकिस्तान को नक्शे से ही मिटा देना चाहिए। सीजफायर हुआ है लेकिन पाकिस्तान का कोई भरोसा नहीं है। कभी वो अटैक कर सकता है। इससे बेहतर है इसका नक्शे ही नाम हटा दिया जाए।
- पाकिस्तान कुत्ते की पूंछ है। इसको तो मिटा दिया जाए यही अच्छा है।
- मैंने 1965 और 1971 युद्ध भी देखा था। 1971 युद्ध में हमारी सेना ने छाछरों (पाकिस्तान) तक कब्जा कर लिया था।
र्केट में बढ़ी चहल-पहल

बाड़मेर में एक किराना शॉप पर खरीदारी करते ग्रामीण।
रविवार के बाद सोमवार को सुबह हालात सामान्य रहें और बाजार में लोगों की चहल-पहल से फिर रौनक लौट आई। लोगों ने भी जरूरत के हिसाब से खरीददारी की। बीते 3 दिनों से रेड अलर्ट के चलते कई लोग बाड़मेर नहीं आ पाए थे। वो भी बाजार आए और अपने जरूरी काम को पूरा किया।
रात में रहा ब्लैकआउट, आज स्कूल-कॉलेज कोचिंग बंद
बाड़मेर में रविवार को कलेक्टर टीना डाबी ने ब्लैक आउट के आदेश दिए गए। इसके बाद रात को 8 बजे से सुबह 6 बजे तक बाजार में सभी तरह के दुकानें, मॉल, रोड लाइट बंद रही। सीजफायर के बाद भी शनिवार रात को भी पाकिस्तान की तरफ से ड्रोन अटैक हुए थे।
ऐसे में सावधानी के तौर पर ब्लैक आउट रखा गया है। लोगों से अपील की गई वे घरों में रहे और पूरी तरह से लाइटों को बंद रखे। कलेक्टर ने कहा कि अभी हालातों की समीक्षा कर रहे है। सोमवार को स्कूल, कॉलेज और कोचिंग बंद रहेंगे। अगर हालात सामान्य हुए तो मंगलवार से इन्हें खोलने की आदेश पर विचार किया जाएगा।