दैनिक उजाला, मथुरा : ब्रज में आज रंगभरनी एकादशी से गीले रंगों की होली शुरू हो गई है। वृंदावन में 5 कोस यानी 15 किमी की परिक्रमा के लिए आस्था का सैलाब उमड़ा है। पूरे परिक्रमा मार्ग पर रंग बरस रहे हैं। कोई लड्डू गोपाल तो कोई बच्चे को गोदी में लेकर पैदल परिक्रमा कर रहा है। कई महिलाएं दंडवती यानी लेटकर परिक्रमा कर रही हैं।
सुबह से अब तक 10 लाख से ज्यादा श्रद्धालु परिक्रमा दे चुके हैं। सुबह से ही बांके बिहारी के दर्शन के लिए लंबी लाइन है। बांके बिहारी जी चांदी के सिंहासन पर बैठकर भक्तों पर सोने की पिचकारी से रंग बरसा रहे हैं।
वहीं, श्री कृष्ण जन्मस्थान पर सतरंगी होली देखने को मिलेगी। यहां लड्डू, जलेबी, लट्ठमार और रंग-गुलाल से होली खेली जाएगी। ब्रज नगरी में लाखों श्रद्धालु पहुंचे हैं।
बांके बिहारी चांदी के सिंहासन पर विराजमन हुए

बांके बिहारी जी चांदी के सिंहासन पर बैठकर भक्तों पर सोने की पिचकारी से रंग बरसा रहे हैं।
लड्डू गोपाल और बच्चों को लेकर परिक्रमा रहे श्रद्धालु





परिक्रमा देने पहुंचे 10 लाख से ज्यादा श्रद्धालु

वृंदावन में श्रद्धालु पंचकोसी परिक्रमा देने पहुंचे हैं। पूरे परिक्रमा मार्ग में पैर रखने की जगह नहीं बची। अब तक 10 लाख से ज्यादा श्रद्धालु परिक्रमा दे चुके हैं। रास्ते भर भक्त रंग, गुलाल उड़ाते चल रहे हैं। भगवान का नाम जपते हुए परिक्रमा कर रहे हैं।
रंगभरनी एकादशी से खेली जाती है गीले रंगों से होली

ब्रज में रंगभरनी एकादशी से गीले रंगों की होली शुरू हो जाती है। इसका सिलसिला रंगनाथ भगवान की होली तक चलता है। बांके बिहारी, श्री कृष्ण जन्मस्थान, राधावल्लभ सहित अन्य मंदिरों में टेसू के फूलों से बने गीले रंग को भक्तों पर डाला जाता है।