दैनिक उजाला, बलदेव/मथुरा : जनपद में बालू मिट्टी के अवैध खनन को लेकर रिश्वतखोरी का बोलबाला है। रिश्वत के चक्कर में पुलिसकर्मी जायज और नियमानुसार कार्य करने वाले लोगों का उत्पीड़न करते हैं। यहाँ तक कि कोई व्यक्ति अपने घर खेत से अनुमति लेकर भी कार्य करना चाहे तो भी उसका संबंधित थाना पुलिस उत्पीड़न करने से बाज नहीं आती। इसी से तंग आकर बल्देव थाना क्षेत्र के ग्राम भरतिया के एक व्यक्ति विशम्भर ने एंटी करप्शन आगरा की टीम को शिकायत की। जिस पर पुलिसकर्मी संतोष को आगरा से आई निरीक्षक पूजा शर्मा के नेतत्व में एंटी करप्शन की टीम से पकड़वा दिया है। बताया जाता है सिपाही ने जैसे ही ₹10000 लिए तभी उसको टीम ने दबोच लिया।
बलदेव थाना में तैनात एक सिपाही मिट्टी खनन की एसडीएम से अनुमति मिलने के बाद भी किसान से दस हजार रुपये की रिश्वत मांग रहा था। रुपये न देने पर मिट्टी खनन नहीं करने दे रहा था। किसान की शिकायत पर मंगलवार को आगरा की एंटी करप्शन की टीम ने सिपाही संतोष को रुपये लेते रंगे हाथ दबोच लिया। इस मामले में महावन थाने में रिपोर्ट दर्ज कराई।
भरतिया गांव के विशंभर दयाल ने अपने खेत से मिट्टी खनन के लिए एसडीएम महावन से अनुमति ली थी। लेकिन बलदेव थाने का सिपाही संतोष कुमार उन्हें मिट्टी का खनन नहीं करने दे रहा था, संतोष इसके लिए दस हजार रुपये मांगे। जबकि विशंभर ने उससे कहा कि मैं अवैध खनन नहीं कर रहा हूं। इस पर सिपाही ने कार्रवाई की धमकी दी। इसकी शिकायत विशंभर ने एंटी करप्शन टीम से की।
इंस्पेक्टर संजय यादव की अगुवाई में संतोष को पकड़ने के लिए रणनीति बनाई गई। दोपहर करीब दो बजे टीम बलदेव के डाक बंगला के पास पहुंची, यहां संतोष को विशंभर ने पैसे देने के लिए बुलाया। जैसे ही सिपाही ने पैसे लिए, टीम ने उसे दबोच लिया। संजय यादव ने बताया कि संतोष के विरुद्ध महावन थाने में रिपोर्ट दर्ज कराई गई है। संतोष इटावा जिले के उदीमोड़ थाना बड़पुरा का रहने वाला है।