लखनऊ : अतीक-अशरफ के शवों को पोस्टमॉर्टम के बाद कसारी-मसारी स्थित कब्रिस्तान में इस्लामिक रीति-रिवाज से दफनाया गया। दोनों के शव को अतीक का बहनोई और दो रिश्तेदार लेकर पहुंचे थे। अतीक के दोनों छोटे बेटों को बाल सुधार गृह से लाया गया था। अतीक के बेटे असद की कब्र के पास दोनों की कब्र खुदवाई गई थीं। अशरफ की बेटी और पत्नी जैनब भी कब्रिस्तान में मौजूद रहीं।
कब्रिस्तान में सिर्फ चुनिंदा रिश्तेदारों को जाने दिया गया। कब्रिस्तान से करीब 300 मीटर दूर सभी को रोक दिया गया। मीडियाकर्मियों को कब्रिस्तान के बाहर तक जाने दिया गया। हालांकि, उनके नाम और मोबाइल नोट किए जा रहे हैं। पूरे शहर में तगड़ी सुरक्षा है। जगह-जगह फोर्स तैनात है।

अतीक-अशरफ मर्डर केस में 3 सदस्यीय न्यायिक आयोग का गठन
गृह विभाग द्वारा कमीशन ऑफ इनक्वायरी एक्ट 1952 के तहत 15 अप्रैल को प्रयागराज में हुई अतीक अहमद और अशरफ की हत्या के घटनाक्रम की विस्तृत जांच हेतु न्यायिक आयोग गठित किया गया। इसके लिए गृह विभाग द्वारा औपचारिक आदेश निर्गत किए गए हैं, तीन सदस्यीय न्यायिक आयोग दो महीने के अंदर पूरे प्रकरण की जांच कर रिपोर्ट शासन को सौंपेगा। तीन सदस्यीय आयोग मा॰ अरविंद कुमार त्रिपाठी द्वितीय सेवानिवृत्त न्यायमूर्ति , उच्च न्यायालय इलाहाबाद, के नेतृत्व में कार्य करेगा । श्री सुबेश कुमार सिंह ,आईपीएस सेवानिवृत्त डीजीपी उत्तर प्रदेश एवं श्री बृजेश कुमार सोनी सेवानिवृत्त जनपद न्यायाधीश उत्तर प्रदेश आयोग के अन्य दो सदस्य होंगे ।