नई दिल्ली : गौतम अडानी को लेकर कांग्रेस सहित अन्य विपक्षी दल लगातार हमलावर है। अमरीकी रिसर्चफर्म हिंडनबर्ग की रिपोर्ट सामने आने के बाद अडानी पर शेयरों में गड़बड़ी करने का आरोप लगा है। इस मामले में कांग्रेस सहित अन्य विपक्षी दल लगातार जेपीसी गठन कर जांच की मांग कर रहे हैं। कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने इस मामले में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से अडानी के नजदीकी रिश्ते को हवा देते हुए सरकार पर कई गंभीर आरोप लगाए थे। इन आरोपों पर सरकार की ओर से अभी तक कोई जवाब नहीं आया है। इधर राहुल गांधी का अडानी मामले पर हमला लगातार जारी है।
कर्नाटक विधानसभा चुनाव प्रचार को लेकर रविवार 16 अप्रैल को राहुल गांधी कोलार पहुंचें। जहां उन्होंने एक जनसभा को संबोधित करते हुए अडानी और सरकार पर तीखे हमले किए।
राहुल गांधी ने कहा कि यह (भाजपा) सोचती है कि मुझे संसद से हटाकर, धमकाकर, डरा देंगे। मैं इनसे नहीं डरता। मैं फिर दौराता हूं कि प्रधानमंत्री जी यह 20,000 करोड़ रुपए अडानी की शेल कंपनी में किस के हैं? जब तक इसका जवाब नहीं मिलेगा मैं तब तक नहीं रुकुंगा। मुझे अयोग्य घोषित कर दो, जेल में डाल दो कुछ भी कर दो मुझे फर्क नहीं पड़ता।
कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने आगे कहा कि मैंने संसद में पूछा कि अडानी की शेल कंपनी में 20,000 करोड़ रुपए किस के हैं? उसके बाद भारत के इतिहास में पहली बार ऐसा हुआ कि सरकार ने संसद नहीं चलने दी। आमतौर पर विपक्ष संसद को रोकती है लेकिन पहली बार सरकार के मंत्रियों ने संसद को रोका।