- पीएम मोदी ने मलेशिया में आयोजित आसियान-भारत शिखर सम्मेलन में वर्चुअल रूप से हिस्सा लिया है
नई दिल्ली: पीएम मोदी ने मलेशिया में आयोजित आसियान-भारत शिखर सम्मेलन में वर्चुअल रूप से हिस्सा लिया है। पीएम मोदी ने यहां कहा, “अपने आसियान परिवार से एक बार फिर मुझे मिलने का मौका मिला है। आसियान की सफल अध्यक्षता के लिए मैं प्रधानमंत्री अनवर इब्राहिम को बधाई देता हूं। पीएम मोदी ने कहा कि भारत और आसियान मिलकर विश्व की लगभग एक चौथाई जनसंख्या को रिप्रजेंट करते हैं। हम सिर्फ जियोग्रॉफी ही नहीं बल्कि गहरे ऐतिहासिक संबंधो और साझे मूल्यों की डोर से भी जुड़े हुए हैं। हम केवल व्यापारिक नहीं बल्कि सांस्कृति साझेदार भी हैं। आसियान, भारत की एक्ट ईस्ट पॉलिसी का मुख्य स्तंभ है। भारत सदैव आसियान सेंट्रेलिटी और इंडो पैसिफिक पर आसियान के आउटलुक का पूर्ण समर्थन करता रहा है।”
साथ आगे बढ़ने के लिए भारत प्रतिबद्ध
पीएम मोदी ने कहा, “अनिश्चितताओं के इस दौर में भी भारत-आसियान क्रम्प्रिहेन्सिव स्ट्रेटजिक पार्टनरशिप में सतत प्रगति हुई है। हमारी ये मजबूत साझेदारी वैश्विक स्थिरता और विकास का सशक्त आधार बनकर उभर रही है। इस वर्ष आसियान समिट की थीम है- इनक्लूसिविलिटी एंड सस्टेनिबिलिटी। ये थीम हमारे साझा प्रयासों में स्पष्ट दिखती है। चाहे वो डिजिटल इन्क्लूजन हो या फिर मौजूद वैश्विक चुनौतियों के बीच फूड सिक्योरिटी और रिजिलियन्ट सप्लाई चेन सुनिश्चित करना हो। भारत इन प्राथमिकताओं का पूर्ण समर्थन करता है और इस दिशा में साथ आगे बढ़ने के लिए प्रतिबद्ध है।”
भारत, आसियान मित्रों के साथ हर आपदा में खड़ा
पीएम मोदी ने कहा, “भारत, हर आपदा में अपने आसियान मित्रों के साथ मजबूती से खड़ा रहा है। हमारा सहयोग हर क्षेत्र में तेजी से बढ़ रहा है। इसे देखते हुए हम 2026 में आसियान-इंडिया ईयर ऑफ मेरिटाइम कॉपरेशन घोषित करते हैं। साथही हम एजुकेशन, टूरिज्म, साइंड एंड टेक्नॉलॉजी, खेल, ग्रीन एनर्जी और साइबर सिक्योरिटी में आपसी सहयोग को भी मजबूती से आगे बढ़ा रहे हैं। अपनी साझा सांस्कृतिक विरासत को संजोने और पीपुल-टू-पीपुल संबंधों को मजबूत करने के लिए हम साथ मिलकर काम करते रहेंगे। 21 वीं सदी हमारी सदी है, भारत और आसियान की सदी है। मुझे विश्वास है कि आसियान कम्यूनिटी विजन 2045 और विकसित भारत 2047 का लक्ष्य पूरी मानवता के लिए एक उज्जवल भविष्य का निर्माण करेगा।”

