- भारतीय टीम ने धमाकेदार अदाज में महिला वर्ल्ड कप 2025 की ट्रॉफी जीत ली है, फाइनल में भारत की गेंदबाजों और बल्लेबाजों ने दमदार खेल दिखाया और साउथ अफ्रीकी टीम को शिकस्त दी
दैनिक उजाला, स्पोर्ट्स डेस्क : भारतीय टीम ने महिला वर्ल्ड कप 2025 के फाइनल में साउथ अफ्रीका को 52 रनों से पटखनी दी और पहली बार वर्ल्ड कप का खिताब जीत लिया। इससे पूरे देशवासियों में खुशी की लहर दौड़ गई और सभी जश्न मनाने लगे। भारत की बेटियों ने वर्ल्ड कप जीतकर पूरे हिन्दुस्तान को सीना गर्व से चौड़ा करने का मौका दिया। फाइनल में भारत ने पहले बैटिंग करते हुए 298 रन बनाए। इसके बाद अफ्रीकी टीम सिर्फ 246 रनों पर ही सिमट गई। भारत के लिए दीप्ति शर्मा और शेफाली वर्मा ने कमाल का प्रदर्शन किया। इन प्लेयर्स ने गेंदबाजी और बल्लेबाजी दोनों डिपार्टमेंट में अच्छा किया और टीम को विजेता बनाया।
हरमनप्रीत कौर की अगुवाई में भारतीय महिला टीम की महिला वर्ल्ड कप 2025 में शुरुआत तो शानदार हुई थी, जब उसने श्रीलंका और पाकिस्तान के खिलाफ शुरुआती दो मैच जीते थे। इसके बाद भारतीय टीम को साउथ अफ्रीका, ऑस्ट्रेलिया और इंग्लैंड से लगातार तीन मैचों में हार मिली। ऐसे में उसका सेमीफाइनल में भी पहुंचना मुश्किल में नजर आ रहा था। लेकिन बाद में टीम ने न्यूजीलैंड के खिलाफ अच्छा प्रदर्शन किया और मुकाबला डकवर्थ लुइस नियम से 53 रनों से जीत लिया था और सेमीफाइनल में एंट्री कर ली थी।
सेमीफाइनल में ऑस्ट्रेलिया से मिली थी शिकस्त
फिर सेमीफाइनल में भारत ने मजबूत ऑस्ट्रेलियाई टीम को पांच विकेट से हराया। इस मैच में पहले बल्लेबाजी करते हुए ऑस्ट्रेलिया ने 338 रन बनाए। इसके बाद भारत ने जेमिमा रोड्रिगेज के दमदार शतक की बदौलत टारगेट आसानी से चेज कर लिया। उन्होंने 127 रनों की पारी खेली और अब फाइनल में भारत ने साउथ अफ्रीका को पटखनी दी है।
भारतीय टीम ने किया कमाल
अब भारत ने खिताब जीतकर इतिहास रच दिया है। महिला वर्ल्ड कप में पहली बार ऐसा हुआ है, जब किसी टीम ने टूर्नामेंट में तीन मैच हारे हों और उसके बाद भी खिताब अपने नाम कर लिया। जबकि पुरुष वनडे वर्ल्ड कप में ऐसा दो बार हो चुका है। पाकिस्तान ने 1992 में और इंग्लैंड ने 2019 में वनडे वर्ल्ड कप में तीन-तीन मैच हारे थे और फिर ट्रॉफी भी जीत ली थी।
भारतीय क्रिकेट टीम ने फाइनल में पहले बल्लेबाजी करते हुए 298 रन बनाए। टीम के लिए शेफाली वर्मा और दीप्ति शर्मा ने दमदार बल्लेबाजी की। शेफाली ने 78 गेंदों में कुल 87 रन बनाए, जिसमें 7 चौके और दो छक्के लगाए हैं। दीप्ति के बल्ले से 58 रनों की पारी निकली। इन प्लेयर्स की वजह से ही टीम बड़े स्कोर तक पहुंच पाई। बल्लेबाजी के बाद इन प्लेयर्स ने गेंदबाजी में भी अच्छा किया और दोनों ने कुल मिलाकर 7 विकेट झटके। अच्छे खेल के लिए शेफाली को प्लेयर ऑफ द मैच का अवॉर्ड दिया गया।

