रायपुर : छत्तीसगढ़ के नए मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय का नाम चौंकाने वाला रहा था। बुधवार को विष्णुदेव साय ने राज्य के नए मुख्यमंत्री के तौर पद और गोपनीयता की शपथ ली। मुख्यमंत्री के साथ उनकी कैबिनेट के दो उप-मुख्यमंत्रियों विजय शर्मा और अरुण साव ने भी शपथ ली। 59 साल के विष्णुदेव साय ने 11वीं तक ही शिक्षा हासिल की है। साय ने 1989 से राजनीतिक सफर की शुरुआत की थी। बतौर पंच उन्होंने सियासी सफर शुरू किया था। इसके अगले साल निर्विरोध सरपंच बने। साल 1990 में ही विधायक चुने गए। विष्णुदेव साय कुनकुरी विधानसभा क्षेत्र से विधायक हैं। साय ने 25541 वोटों के अंतर से कांग्रेस प्रत्याशी यूडी मिंज को हराया है। राज्यपाल विश्वभूषण हरिचंदन ने शपथ दिलाई।
छत्तीसगढ़ के नए सीएम विष्णुदेव का प्रदेश में बड़ा नाम है। वे आदिवासी समाज के बड़े नेता माने जाते हैं। विष्णुदेव साय चार बार सांसद, दो बार विधायक, केंद्रीय राज्य मंत्री और दो-दो बार के प्रदेश अध्यक्ष भी रहे हैं। इसके साथ ही साय को संगठन में काम करने का लंबा अनुभव भी है। साल 2023 में विधानसभा चुनाव में उन्होंने कुनकुरी सीट से जीत हासिल भी की है। सियासी गलियारों में पहले से ही चर्चा थी कि विष्णुदेव साय मुख्यमंत्री पद का चेहरा हो सकते हैं। क्योंकि विष्णुदेव साय साफ छवि के नेता के रूप में भी जाने जाते हैं। वहीं प्रदेश अध्यक्ष के पद से हटाए जाने के बाद भी वे पार्टी से लगातार जुड़े रहे।
उन्होंने अपनी राजनीतिक सफर की शुरुआत 1989 से की थी। साय ने राजनीति में गांव के पंच के रूप में कदम रखा था। संघ से जुड़े थे। भारतीय जनता पार्टी ने साल 1990 में उनके ऊपर भरोसा जताकर तपकरा विधानसभा क्षेत्र से विधायक का टिकट दिया, जिसमें उन्होंने जीत हासिल की। इसके बाद वे रायगढ़ लोकसभा क्षेत्र से लगातार तीन बार के सांसद भी चुने गए। साल 1999 से लेकर साल 2014 तक लगातार तीन बार सांसद रहे हैं। इसलिए विष्णुदेव साय को आदिवासी समाज का बड़ा चेहरा माना जाता है। आदिवासी कोटे से आने के कारण विष्णुदेव साय सीएम पद के लिए प्रबल दावेदार भी थे।