• मुड़िया पूर्णिमा मेले पर बलदेव में भी जुटती है भारी भीड़ प्रशासन के इंतजाम नाकाफी
  • प्रशासनिक अधिकारियों ने सिर्फ गोवर्धन की व्यवस्थाओं को देख अपनी पीठ थपथपाई

मथुरा/बलदेव: मुख्यमंत्री जी ! पिछले वर्षों की अगर बात की जाय तो बलदेव के विकास में कोई खास पंख नहीं लगे हैं। प्रकाश व्यवस्था से लेकर वाहन स्टेण्ड तथा बस स्टेण्ड पर रोडवेज बसों का आवागमन बिल्कुल नाकाफी है। हाल ए बेहाल यह है कि गोवर्धन मेला के साथ बलदेव में भगवान श्रीकृष्ण के अग्रज ब्रज के राजा बलदाऊजी के दर्शनों को गुरू पूर्णिमा पर काफी भीड़ रहती है। बावजूद इसके किसी भी प्रशासनिक अधिकारी ने इस तरफ कोई भी ध्यान नहीं दिया। हां यह जरूर देखा गया कि गोवर्धन में प्रशासनिक अधिकारियों ने भ्रमण कर अपनी पीठ भले ही थपथपाई है। बलदेव में श्रद्धालुओं के लिए कोई व्यवस्था न होने के कारण पांडेय समाज अथवा नगरवासियों में काफी रोष व्याप्त है।

आज भी देखा जा सकता है कि गुरू पूर्णिमा के अवसर पर काफी संख्या में दूर-दराज से दर्शनार्थी ब्रज के राजा के दर्शन करने के लिए पहुंच रहे हैं। ये सिर्फ पहुंच ही नहीं रहे हैं, बल्कि मंदिर की छतों और आसपास दुकानों की देहरी पर रात्रि विश्राम की बाट भी जोह रहे हैं। कारण साफ नजर आ रहा है कि प्रशासन ने कोई इंतजाम श्रद्धालुओं के लिए नहीं किए कि श्रद्धालु इस जगह आकर ठहरें और रात्रि विश्राम करें।

हालत ये हैं कि समूचे नगर में सड़कों के भी हालात खराब हुए हैं। सीमेंटेड ईंटों से बनीं सड़कों में गढ्ढे हो गए हैं। नालियां उफन कर सड़कों पर बह रही हैं। दर्शन को आने वाले श्रद्धालुओं के लिए कोई गेस्ट हाउस अथवा अस्थाई विश्राम गृह की भी कोई व्यवस्था नहीं है। निजी वाहनों से आने वाले श्रद्धालु अपने वाहनों को सड़कों पर खड़ा कर रहे हैं, जिससे जगह जाम की स्थिति बनी हुई है। कारण यह है कि कोई स्थायी अथवा अस्थाई पार्किंग की व्यवस्था प्रशासन की तरफ नहीं की गई।

पुराना बस स्टेण्ड है सिर्फ सफेद हाथी
ब्रज के राजा के दर्शन को आने वाले श्रद्धालु या तो अपने वाहन से आ रहे हैं या फिर डग्गेमार वाहनों का सहारा अधिक ले रहे हैं। इसका भी कारण साफ है कि जिले स्तर पर बैठे प्रशासनिक अधिकारियों ने बलदेव पहुंचकर पुराने बस स्टेण्ड पर न तो रोडवेज बसों का इंतजाम किया और न ही इलेक्ट्रिक बसों के आवागमन की कोई व्यवस्था की।

पानी की कोई व्यवस्था नहीं
रजवाहा से लेकर मंदिर के गेट तक पीने के पानी की कोई समुचित व्यवस्था नहीं है। श्रद्धालु दुकानों से पानी की बोतल और पानी की थैली खरीदने पर निर्भर हैं। कारण साफ है कि प्रशासन ने इसके लिए पहले कोई रूपरेखा नहीं तैयार की।

लाइट गुल होने पर छा रहा अंधेरा

नगर की सड़कों पर रात्रि में लाइट गुल हो जाने के बाद प्रकाश की कोई व्यवस्था नहीं है। समूचा नगर अंधेरे में डूबा हुआ दिखाई देता है। ऐसे में श्रद्धालु प्रशासन की अव्यवस्थाओं को लेकर कोसते हुए नजर आएंगे। ऐसे में असमाजिक तत्वों के सक्रिय होने से भी इंकार नहीं किया जा सकता।

जाम के झाम से जूझ रहे श्रद्धालु

दर्शन को आने वाले श्रद्धालु इस कारण से जाम से जूझ रहे हैं कि प्रशासन ने कोई भी बडे़ निजी वाहनों के लिए स्थाई अथवा अस्थाई पार्किंग व्यवस्था नहीं की। प्रत्येक निजी वाहन मथुरा रोड़ पर रजवाहा के आसपास खड़ा हुआ देखा जा सकता है। इस कारण जाम के झाम से श्रद्धालु जूझ रहे हैं।

बलदेव पुलिस भी सक्रिय नहीं

समूचे बलदेव में कहीं भी आंख उठाकर देखा जाय तो बलदेव पुसिल का पहरा दिखाई नहीं देता। अन्य पर्वों की बात तो बहुत दूर है, बल्कि मुड़िया पूर्णिमा को लेकर बलदेव पुलिस ने कोई भ्रमण अथवा पैदल मार्च कर श्रद्धालुओं की होने वाली भीड़ और आने वाले वाहनों को लेकर कहीं कोई व्यवस्था के लिए प्रशासन तक बात पहुंचाने अथवा बलदेव के गणमान्य नागरिकों के साथ कोई बैठक तक नहीं की।

क्या कहते हैं बलदेव विकास समिति के अध्यक्ष

बलदेव विकास समिति के अध्यक्ष ज्ञानेन्द्र पांडेय कहते हैं कि बलदेव विधानसभा से भारतीय जनता पार्टी का विधायक होने के बावजूद भी आज वर्षों से बलदेव विकास से अछूता है। प्रशासनिक अधिकारियों का भी इस तरफ कोई ध्यान नहीं है। गोवर्धन का भ्रमण कर प्रशासनिक अधिकारियों ने सिर्फ अपनी पीठ थपथपाई है। यहां श्रद्धालु प्रशासनिक अधिकारियों की लापरवाही के कारण ही सरकार की नाकाफी व्यवस्थाओं को कोसते हुए नजर आते हैं। हाल ए बेहाल यह है कि ब्रज तीर्थ विकास परिषद ने नगर की परिक्रमा मार्ग मे ंसीसी रोड़ का निर्माण कराया था, जो कि भ्रष्टाचार की भेंट चढते देखा जा सकता है। जगह-जगह से यह सड़क उखड़ी हुई पड़ी है। परिक्रमार्थी ठोकरें खा रहे हैं। परिक्रमा मार्ग में लगवाई गईं लाइटें शोपीस बनी हुई हैं। यह सिर्फ और सिर्फ प्रशासनिक अधिकारियों के ध्यान न देने के कारण है।

एसडीएम महावन ने भी नहीं देखी गुरू पूर्णिमा की व्यवस्थाएं

जिले स्तर पर बैठे प्रशासनिक अधिकारियों बात कई किलोमीटर दूर रह जाती है, लेकिन महावन तहसील क्षेत्र में आने वाले बलदेव नगर की व्यवस्थाओं को लेकर एसडीएम महावन तक ने आंख उठाकर तक नहीं देखा। नगरपंचायत ईओ के साथ गुरू पूर्णिमा पर होने वाली भीड़ का कोई जायजा तक नहीं लिया। ऐसे में नगरवासी भी प्रशासनिक लापरवाहियों को कोसते हुए दिखाई देते हैं।

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