- जीएलए के प्रो. दिलीप शर्मा ने क्वांटलेस लैब अबू धाबी में व्याख्यान के दौरान जीएलए विश्वविद्यालय की उपलब्धियां गिनाईं
दैनिक उजाला, मथुरा : जीएलए विश्वविद्यालय, मथुरा ने अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भी अपनी उत्कृष्ट शिक्षा की बेहतरीन छाप छोड़ रखी है। यही कारण है कि आज अंतरराष्ट्रीय स्तर पर होने वाले कार्यक्रमों में विश्वविद्यालय के प्रोफेसरों को आमंत्रित किया जाता है। हाल ही में अंतर्राष्ट्रीय संबंध और अकादमिक सहयोग के डीन और कंप्यूटर इंजीनियरिंग और अनुप्रयोग विभाग में प्रोफेसर डा. दिलीप कुमार शर्मा को क्वांटलेस लैब, अबू धाबी, यूएई में आमंत्रित व्याख्यान देने का सम्मान मिला।
इस अवसर पर जीएलए के प्रोफेसर डा. दिलीप ने विश्वविद्यालय की उपलब्धियां गिनाते हुए “मशीन लर्निंग की मूल बातें, रुझान, अनुप्रयोग और कठिन कम्प्यूटेशनल समस्याओं को हल करने के तरीके“ शीर्षक वाले व्याख्यान में मशीन लर्निंग के तेजी से विकसित हो रहे क्षेत्र से जुड़े विषयों की एक विस्तृत श्रृंखला को यूएई में विशेषज्ञों के सामने पेश किया।
डा. शर्मा की प्रस्तुति ने प्रमुख मशीन लर्निंग अवधारणाओं की खोज की, जिसमें विभिन्न एल्गोरिदम प्रकार जैसे कि सुपरवाइज्ड लर्निंग, अनसुपरवाइज्ड लर्निंग और रीइन्फोर्समेंट लर्निंग शामिल हैं। उन्होंने इन एल्गोरिदम की दक्षता का मूल्यांकन करने के तरीके पर भी चर्चा की। इसके अलावा, व्याख्यान में विभिन्न उद्योगों जैसे कि विनिर्माण, खुदरा, यातायात भविष्यवाणी, स्वास्थ्य सेवा, जीवन विज्ञान, यात्रा, आतिथ्य, वित्तीय सेवाएं, ऊर्जा प्रबंधन, शेयर बाजार विश्लेषण, अनुशंसा इंजन, सूचना पुर्नप्राप्ति और प्राकृतिक भाषा प्रसंस्करण में मशीन लर्निंग के कई अनुप्रयोगों पर चर्चा की गई।
व्याख्यान का मुख्य आकर्षण क्वांटम मशीन लर्निंग, इसके एल्गोरिदम और अनुप्रयोगों के साथ-साथ जनरेटिव एआई के बढ़ते क्षेत्र पर एक व्यावहारिक चर्चा थी। डा. शर्मा ने कठिन कम्प्यूटेशनल समस्याओं से उत्पन्न चुनौतियों और उन्नत मशीन लर्निंग तकनीकों के माध्यम से उनके संभावित समाधानों पर भी बात की।
डा. शर्मा ने व्याख्यान से लौटकर क्वांटलेस लैब के प्रधान वैज्ञानिक और अनुसंधान निदेशक डा. प्रमोद कुमार को कार्यक्रम में आमंत्रित करने और पूरे सत्र के दौरान उनके निरंतर समर्थन के लिए आभार व्यक्त करते हुए कहा कि क्वांटलेस लैब शोध के क्षेत्र में बहुत तेजी से आगे बढ़ रही है।
इस दौरान डा. प्रमोद कुमार के साथ जीएलए विश्वविद्यालय और क्वांटलेज़ लैब, अबू धाबी के बीच संभावित सहयोग के लिए भी बातचीत की और जल्द ही एमओयू की संभावना जताई। जीएलए प्रबंधन ने भी इस कार्यक्रम का भरपूर स्वागत किया, जिसमें कुलपति प्रो. अनूप कुमार गुप्ता, सीईओ नीरज अग्रवाल, सीएफओ विवेक अग्रवाल, कुलसचिव अशोक कुमार सिंह और डीन सीईए प्रो. अशोक भंसाली ने अंतरराष्ट्रीय मंच पर जीएलए विश्वविद्यालय का प्रतिनिधित्व करने में डा. शर्मा के योगदान की सराहना की।