- राहुल गांधी के महाराष्ट्र चुनावों में धांधली के आरोपों पर सूबे के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस, केंद्रीय मंत्रियों धर्मेंद्र प्रधान और चिराग पासवान ने करारा पलटवार किया है। फडणवीस ने इसे राहुल की हताशा बताते हुए कहा कि उन्होंने बिहार चुनावों से पहले ही पराजय स्वीकार कर ली है।
मुंबई: कांग्रेस नेता राहुल गांधी द्वारा महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव 2024 में धांधली के आरोपों पर सियासत तेज हो गई है और उन पर चारों तरफ से सियासी हमले शुरू हो गए हैं। महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने राहुल गांधी के आरोपों पर पलटवार करते हुए कहा है कि इसका मतलब है उन्होंने बिहार में अपनी हार मान ली है। बता दें कि चुनावों में धांधली के राहुल गांधी के आरोपों को बीजेपी ने गंभीरता से लिया है और पार्टी के नेता लगातार उनके ऊपर पलटवार कर रहे हैं। फडणवीस से पहले केंद्रीय मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने भी राहुल के आरोपों का करारा जवाब देते हुए सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X पर लंबी-चौड़ी पोस्ट लिखी थी। केंद्रीय मंत्री चिराग पासवान ने भी राहुल को उनके बयानों के लिए घेरा है।
राहुल पर फडणवीस का करारा पलटवार
फडणवीस ने कहा, ‘इसका मतलब यह है राहुल गांधी ने बिहार में हार मान ली है अपनी। मैं हमेशा कहता हूं जब तक राहुल गांधी जमीन पर नहीं उतरेंगे, तथ्यों को जब तक नहीं समझेंगे, जब तक अपने आप से झूठ बोलेंगे, अपने आप को झूठा दिलासा दिलाएंगे। उनकी पार्टी कभी जीत नहीं सकती, उनको जगना ही पड़ेगा, यथार्थ समझना ही पड़ेगा, नहीं तो वह ऐसी बिना सिर पैर बातें करते रहेंगे, हमेशा झूठ बोलते रहेंगे, हमेशा मतदाताओं का अपमान करते रहेंगे। राहुल गांधी ने महाराष्ट्र की जनता का जो अपमान किया है, उसका वो निषेध करते है, राहुल गांधी जो बोलते हैं, न उनको पता रहता है कि क्या बोल रहे है, न सुनने वाले को समझ में आता है कि वह क्या बोल रहे हैं।’ फडणवीस ने राहुल के आरोपों को आधारहीन बताते हुए कहा कि वे हार की हताशा में मतदाताओं का अपमान कर रहे हैं।
धर्मेंद्र प्रधान ने भी दिया था जवाब
केंद्रीय मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने भी राहुल गांधी के आरोपों पर करारा जवाब दिया था। उन्होंने राहुल के एक्स पोस्ट को टैग करते हुए लिखा, ‘राहुल गांधी का महाराष्ट्र चुनाव पर पोस्ट एक पुराना ड्रामा है- चुनाव हारो, संस्थानों को बदनाम करो, झूठी साजिशें गढ़ो, और खुद को एक काल्पनिक सिस्टम का शिकार बताओ।’ प्रधान ने आगे कहा कि भारत का लोकतंत्र राहुल की असुरक्षा से कहीं अधिक मजबूत है और उन्होंने कांग्रेस के शासनकाल में आपातकाल और आर्टिकल 356 के दुरुपयोग का जिक्र करते हुए कहा कि राहुल को अपनी पार्टी की पुरानी धांधलियों पर ध्यान देना चाहिए। उन्होंने यह भी बताया कि मोदी सरकार ने चुनाव आयोग की नियुक्ति प्रक्रिया में सुधार किया और विपक्ष के नेता को पैनल में शामिल किया, जो कांग्रेस के शासन में कभी नहीं हुआ।
राहुल ने क्या आरोप लगाए थे?
राहुल गांधी ने अपने एक्स पोस्ट में महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव 2024 में कथित धांधली का आरोप लगाया था। उन्होंने X पर एक पोस्ट में लिखा, ‘चुनाव कैसे चुराया जाता है? महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव 2024 में लोकतंत्र को धोखा देने का खाका तैयार हुआ।’ राहुल ने पांच कदमों में अपनी बात रखी: चुनाव आयोग की नियुक्ति में गड़बड़ी, वोटर लिस्ट में फर्जी वोटर जोड़ना, वोटर टर्नआउट को बढ़ा-चढ़ाकर दिखाना, जहां बीजेपी को जीत चाहिए वहां फर्जी वोटिंग करवाना, और सबूतों को छिपाना। उन्होंने दावा किया कि यह ‘मैच फिक्सिंग’ बिहार और अन्य राज्यों में भी हो सकती है, जो लोकतंत्र के लिए जहर है। राहुल ने लोगों से अपील की कि वे सबूतों पर गौर करें और जवाब मांगें।