दैनिक उजाला, धौलपुर : धौलपुर में एक ओवरलोड ट्रक बाइक सवार युवकों पर लहराते हुए पलट गया। ट्रक के नीचे दबने और बाइक में आग लगने से दोनों की मौत हो गई।

ट्रक को हाइड्रा मशीन से हटाकर दोनों को बाहर निकाला गया। हादसा मंगलवार शाम धौलपुर-बाड़ी रोड़ पर हुआ। एक्सीडेंट का सीसीटीवी फुटेज आज सामने आया है।

मृतक विजय और अरविंद बाइक में पेट्रोल डलवाकर घर लौट रहे थे। उन्हें शादी-समारोह में जाना था।

मृतक विजय और अरविंद बाइक में पेट्रोल डलवाकर घर लौट रहे थे। उन्हें शादी-समारोह में जाना था।

बाइक में लगी आग, एक युवक 90 फीसदी जला

एसपी सुमित मेहरड़ा ने बताया कि बाइक सवार अरविंद (19) पुत्र मातादीन और विजय उर्फ करूआ (22) पुत्र पप्पू धौलपुर की भोगीराम नगर कॉलोनी के रहने वाले थे।

दोनों को एक शादी समारोह में जाना था। इसलिए बाइक में पेट्रोल डलवा कर घर की ओर लौट रहे थे। इसी दौरान घरेलू सामान से भरा एक ओवरलोड ट्रक लहराता हुआ बाड़ी से धौलपुर की ओर आ रहा था।

ट्रक ड्राइवर की लापरवाही की वजह से बीच रोड पर ट्रक पलट गया, जिससे आगे चल रहे दोनों बाइक सवार ट्रक के नीचे दब गए। ट्रक की चपेट में आने से बाइक में आग लग गई।

दोनों को जिला हॉस्पिटल पहुंचाया गया। जिनमें से एक युवक अरविंद को डॉक्टर ने मृत घोषित कर दिया। वहीं, 90 फीसदी तक झुलसे विजय सिंह को जयपुर के लिए रेफर किया गया। जिसने रास्ते में ही दम तोड़ दिया।

ट्रक के पलटने के बाद मौके पर लोगों की भारी भीड़ जुट गई। प्रत्यक्षदर्शियों ने बताया कि गलती ट्रक ड्राइवर की थी। वो लापरवाही से ड्राइविंग कर रहा था।

ट्रक के पलटने के बाद मौके पर लोगों की भारी भीड़ जुट गई। प्रत्यक्षदर्शियों ने बताया कि गलती ट्रक ड्राइवर की थी। वो लापरवाही से ड्राइविंग कर रहा था।

प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी कर रहे थे दोनों

स्थानीय लोगों ने बताया कि बाइक सवार अरविंद और विजय दोस्त थे। दोनों 12वीं की परीक्षा पास कर चुके थे और प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी कर रहे थे।

स्थानीय लोगों ने बताया कि एक्सीडेंट के बाद करीब 20 मिनट तक दोनों युवक ट्रक के नीचे ही दबे रहे।

स्थानीय लोगों ने बताया कि एक्सीडेंट के बाद करीब 20 मिनट तक दोनों युवक ट्रक के नीचे ही दबे रहे।

सड़क हादसों में कमी का टारगेट था, उलटा बढ़ गया

केंद्रीय सड़क व परिवहन मंत्रालय के अनुसार राजस्थान में साल 2023 तक डेली 67 सड़क हादसे हो रहे थे। इनमें 32 लोगों की जान जा रही थी। मंत्रालय ने वर्ष 2020 तक हादसों में होने वाली मौतों में 50 फीसदी कमी लाने का टारगेट दे रखा था। हादसों में कमी होने के बजाय बढ़ोतरी हो गई। अब 2025 तक मौतों का आंकड़ा 50 प्रतिशत घटाने का टारगेट है। पिछले तीन साल से लगातार सड़क हादसों और हादसों में होने वाली मौतों की संख्या बढ़ रही है।

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