दैनिक उजाला, सादाबाद : सादाबाद तहसील में कांवड़ यात्रियों के लिए बनाए गए विश्राम स्थल सिर्फ कागजी खानापूर्ति साबित हो रहे हैं। इन स्थलों पर न तो प्राथमिक चिकित्सा की सुविधा है और न ही पीने के पानी की व्यवस्था है। मथुरा-एटा रोड पर नगला सलेम, बुढ़ाइच और मढ़ाका में तथा आगरा-अलीगढ़ हाईवे पर कांवड़ यात्रियों के लिए विश्राम स्थल बनाए गए हैं।
बुनियादी सुविधाएं उपलब्ध
इन स्थलों पर केवल विकासखंड के सफाई कर्मचारी और राजस्व विभाग के कर्मचारी ही दिखाई देते हैं। स्वास्थ्य विभाग का कोई भी कर्मचारी मौजूद नहीं है। किसी अधिकारी के निरीक्षण के समय सुविधाएं दिखाने के लिए रखी जाती हैं। केवल कस्बा सादाबाद के नजदीक और नगर में बने विश्राम स्थलों पर ही बुनियादी सुविधाएं उपलब्ध हैं।

देहात क्षेत्र में या कस्बे से दूर बनाए गए विश्राम स्थल महज औपचारिकता बनकर रह गए हैं। चिंता का विषय यह है कि पिछली कई महाशिवरात्रि पर सड़क हादसों में कांवड़ यात्री घायल हुए हैं। चंदपा कोतवाली के पास हुए एक सड़क हादसे में चार से पांच कांवड़ यात्रियों की मृत्यु भी हो चुकी है। ऐसे में प्राथमिक चिकित्सा सुविधाओं का न होना गंभीर चिंता का विषय है।