दैनिक उजाला, मथुरा : पुष्टिमार्गीय संप्रदाय के प्रमुख द्वारिकाधीश मंदिर में रविवार को वसंत पंचमी उत्सव मनाया गया। यहां भगवान को पहले गुलाल लगाया और फिर प्रसादी अबीर गुलाल भक्तों पर डाला गया। वसंत पंचमी के साथ ही ब्रज में होली की शुरुआत हो गई।
ब्रज में वसंत पंचमी का पर्व दो दिन मनाया जा रहा है। यहां के पुष्टिमार्गीय संप्रदाय के प्रमुख द्वारिकाधीश मंदिर और बरसाना के प्रमुख श्री जी मंदिर में रविवार को वसंत पंचमी का पर्व मनाया जा रहा है। वहीं बांके बिहारी,रंगनाथ मंदिर और शाह जी मंदिर में सोमवार को वसंत पंचमी मनाई जाएगी।

द्वारिकाधीश मंदिर में रविवार को वसंत पंचमी मनाई गई
भगवान का किया आकर्षक श्रृंगार
वसंत पंचमी के अवसर पर द्वारिकाधीश मंदिर में रविवार को वसंत पंचमी के अवसर पर भगवान को सफेद पोशाक धारण कराई गई। जिस पर तरह तरह के स्वर्ण रत्न जड़ित आभूषण धारण कराए गए। इस दौरान भगवान को मोर पंखों से बना मुकुट धारण कराया गया।

यहां पुजारियों ने भगवान का आकर्षक श्रृंगार किया गया
भगवान को लगाया गुलाल
वसंत पंचमी के अवसर पर भगवान का श्रृंगार करने के बाद पुजारियों ने होली की शुरुआत की। सबसे पहले भगवान के गालों पर गुलाल लगाया गया। इसके बाद उनके अलग-अलग श्री अंगों पर गुलाल लगाया। भगवान को गुलाल लगाने के बाद प्रसादी अबीर गुलाल भक्तों पर उड़ाया गया। भगवान का प्रसादी गुलाल लगने से भक्त आनंद में सराबोर हो गए।

भक्तों पर अबीर गुलाल उड़ाते पुजारी
बांके बिहारी खेलेंगे सोमवार से होली
विश्व प्रसिद्ध बांके बिहारी मंदिर में सोमवार को वसंत पंचमी का पर्व मनाया जाएगा। वसंत पंचमी पर्व से मंदिर में होली की शुरुआत हो जाएगी। यहां भगवान की कमर में गुलाल बांधा गया। इसके बाद मंदिर के पुजारी भक्तों पर गुलाल डालेंगे।

बांके बिहारी मंदिर में सोमवार को वसंत पंचमी का पर्व मनाया जाएगा
ब्रज में खेली जाती है 40 दिन तक होली
ब्रज में होली का पर्व 40 दिन तक मनाया जाता है। इसकी शुरुआत वसंत पंचमी से होती है और समापन भगवान श्री रंगनाथ की होली के साथ होता है। होली के प्रमुख आयोजन की शुरुआत बरसाना में खेली जाने वाली लड्डू होली से होती है। इसके बाद लट्ठमार होली यहां की विश्व प्रसिद्ध है।