वाराणसी : देव दिवाली… मतलब देवताओं के धरती पर उतरकर दीपावली मनाने का उत्सव। काशी में 15 नवंबर को देव दीपावली मनाई जाएगी। इसे देखने के लिए 40 देशों के मेहमान काशी आ रहे हैं। करीब 15 लाख भी टूरिस्ट भी आएंगे, जो आयोजन का गवाह बनेंगे
इस आयोजन की शुरुआत 80 दीयों से हुई, जब काशी के सभी घाट पर 1-1 दीया जलता था। अब यह आयोजन 20 लाख दीयों तक पहुंच गया है।
इस बार प्रशासन ने 17 लाख दीये जलाने का टारगेट रखा है। संत रविदास घाट से लेकर आदिकेशव घाट तक और वरुणा नदी के तट से लेकर मठों-मंदिरों तक कुल 25 लाख दीपक जगमगाएंगे।
1 रात स्टे के लिए खर्च करने होंगे 80 हजार
सोमवार को देव दीपावली का रिहर्सल किया। लेजर लाइट एंड साउंड शो हुआ। देव दीपावली के चलते घाट के पास के होटल 1 रात स्टे के लिए 50 से 80 हजार रुपए तक चार्ज कर रहे हैं। सामान्य दिनों में यही कमरे 20-25 हजार में मिल जाते थे।
इस बार आयोजन में PM मोदी वर्चुअली शामिल होंगे। योगी आदित्यनाथ और उप राष्ट्रपति जगदीप धनखड़ अस्सी घाट पर मौजूद रहेंगे। बात तैयारियों की करें तो घाट पर रंगाई-पुताई हो रही है, गंगा आरती स्थल को फूलों से सजा दिया गया है। गंगा घाट लाइट से सजे हुए हैं।
यह तस्वीर यूपी टूरिज्म ने सोमवार को जारी की। इसमें 2023 की देव दीपावली की भव्यता दिखाई गई है।
काशी विश्वनाथ की थीम पर दीयों की झांकी
देव दीपावली का मुख्य सेंटर गंगा घाट होता है। पंचगंगा घाट पर दीप जलाने के साथ आयोजन की शुरुआत होगी। सबसे ज्यादा भव्यता दशाश्वमेध घाट पर दिखाई देगी। यहां भव्य गंगा आरती की तैयारी चल रही है।
गंगा के 84 घाट पर अलग-अलग समुदाय के लोग दीये जलाएंगे। पांडे घाट पर काशी विश्वनाथ धाम की थीम पर दीयों की झांकी सजाई जाएगी। सिर्फ गंगा घाट पर 2 लाख दीये जलाए जाएंगे। इसमें करीब 50 हजार दीये गाय के गोबर के बने हैं।
दक्षिण भारतीय समुदाय बनाएगा भव्य रंगोली
देव दीपावली पर दक्षिण भारतीय समुदाय 20 हजार दीप का दान करेगा। भव्य रंगोली तैयार होगी। विशेष पूजा-अर्चना में बंगाली समाज की महिलाएं घाट पर दिखेंगी। केदारघाट पर इसकी खूबसूरती दिखेगी।
अस्सी घाट पर विशेष गंगा आरती की तैयारी है। इसकी जिम्मेदारी जय मां गंगा सेवा समिति को मिली है।
सोमवार शाम को देव दीपावली का रिहर्सल हुआ। यूपी टूरिज्म ने इसकी तस्वीरें जारी की है।
दशाश्वमेघ घाट पर शौर्य के 25 वर्ष थीम पर होगी गंगा की महाआरती
दशाश्वमेध घाट की प्रसिद्ध गंगा आरती इस साल ‘शौर्य के 25 वर्ष’ की थीम पर मनाई जाएगी। इसके लिए गंगा सेवा निधि की तैयारियां अपने अंतिम चरण में हैं। देव दीपावली की आरती में 21 अर्चक और 42 कन्याएं रिद्धि-सिद्धि के रूप में रहेंगी। मां भगवती की इस महाआरती में आरती के बाद सांस्कृतिक कार्यक्रम आयोजित होंगे।
लेजर लाइट शो में दिखेगी शिव महिमा
बाबा विश्वनाथ धाम के गंगा द्वार पर इस बार शिव महिमा को लेजर लाइट के जरिए से दिखाया जाएगा। गुजरात की एक कंपनी इसकी तैयारी कर रही है।
ग्रीन एरियल फायर क्रैकर्स शो करने वाली कंपनी एक्सिस कम्युनिकेशन के CEO मनोज गौतम ने कहा- रेत पर करीब 1.5 किलोमीटर के स्ट्रेच पर आतिशबाजी की जाएगी। आतिशबाजी शो हर-हर शंभू , शिव तांडव आदि भजनों के नौ से 10 ट्रैक पर होगा।
तीसरा प्रमुख आयोजन वाराणसी के चेतसिंह घाट पर होगा, जहां पर शिव महिमा और गंगा अवतरण की तैयारी को दिखाया जाएगा। इसमें भगवान शिव द्वारा महिषासुर का किस तरह से वध किया गया, इसकी भी पूरी कहानी लेजर शो में दिखाई जाएगी। लखनऊ की कंपनी ने इसकी तैयारी पूरी कर ली है।
काशी के 80 घाटों पर दीयों को सजाने की तैयारी हो चुकी है। दीये 15 नवंबर को ही रखे जाएंगे।