- जीएलए में ‘पेड़ लगाओ पेड़ बचाओ‘ जन अभियान के तहत डीएम, कुलाधिपति, एसएसपी सहित विश्वविद्यालय परिवार ने लगाए 6000 हजार पौधे
- पर्यावरण की सुरक्षा और समृद्धि हम सभी की जिम्मेदारी : डीएम
- शिक्षा के मंदिर में छात्रों को मिल रहा शुद्ध वातावरण : एसएसपी
- जीएलए में वृहद वृक्षारोपण से बाहरी और अंदर के तापमान में दिखेगा फर्क : नारायण दास
दैनिक उजाला, मथुरा : जीएलए विश्वविद्यालय, मथुरा में ‘पेड़ लगाओ, पेड़ बचाओ‘ जन अभियान के तहत वृहद वृक्षारोपण कार्यक्रम का आयोजन हुआ। इस वृहद कार्यक्रम में उपस्थित हुए मुख्य अतिथि जिलाधिकारी शैलेन्द्र सिंह, जीएलए के कुलाधिपति नारायण दास अग्रवाल, एसएसपी शैलेश पांडेय, चीफ फाइनेंस ऑफीसर विवेक अग्रवाल तथा विश्वविद्यालय परिवार ने ‘एक पेड़ मां के नाम‘ 6 हजार पौधे लगाए और पर्यावरण की सुरक्षा और समृद्धि के लिए हमेशां आगे रहने की शपथ ली।
जीएलए विश्वविद्यालय में वृहद वृक्षारोपण कार्यक्रम के दौरान मुख्य अतिथि जिलाधिकारी शैलेन्द्र सिंह ने कहा कि पर्यावरण की सुरक्षा और समृद्धि के लिए वृक्षारोपण बेहद आवश्यक है। अगर हर कोई अपनी मां के प्रति सम्मान स्वरूप कम से कम एक एक पौधा अवश्य लगाने की ठान ले तो इसमें कोई संदेह नहीं कि वह इस धरा पर ऑक्सीजन की मात्रा बढ़ाने, धरती का तापमान कम करने, भूजल स्तर को ऊपर लाने और प्रदूषण नियंत्रण में महत्वपूर्ण योगदान करने में समर्थ होगा और पेड़ लगाओ, पेड़ बचाओ का अभियान सफल होगा।
डीएम ने कहा कि अपने शहर के विकास के वहां की आम जनता को शहर के प्रति जागरूक होना अति आवश्यक है। मथुरा को स्वच्छ व हरा-भरा रखने के लिए हम सभी इस तरह के कार्यक्रमों के माध्यम से मथुरा को प्रकृति की ओर से भी समृद्धशाली कर सकते हैं। विभिन्न वृक्षों की प्रजातियों पर प्रकाश डालते हुए उन्होंने कहा कि नीम, पीपल, आम इत्यादि पेड़ लगाने से शुद्ध वायु सबसे ज्यादा मात्रा में मिलती है और ये वृक्ष भूमि कटाव को भी रोकते हैं।
विशिष्ट अतिथि वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक शैलेश पांडेय ने वृक्षारोपण करते हुए कहा कि हम सभी को ग्रीन मथुरा क्लीन मथुरा की पद्धति को आज ही अपनाना होगा, क्योंकि कल कभी नहीं आता। उन्होंने विश्वविद्यालय के हरे-भरे माहौल को देखते हुए कहा कि विश्वविद्यालय की यह एक अच्छी पहल है कि शिक्षा के मंदिर में छात्रों को शुद्ध वातावरण मिल रहा है। इस वातावरण को और खुशनुमां बनाने के लिए विश्वविद्यालय में वृक्षारोपण किया गया है। हम जितना प्रकृति के समीप रहेंगे हमारा जीवन उतना ही स्वस्थ्य होगा।
वृहद वृक्षारोपण कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए जीएलए के कुलाधिपति नारायण दास अग्रवाल ने कहा कि यूं तो हर वर्ष विश्वविद्यालय में हजारों पौधों का रोपण होता है, लेकिन इस वृहद वृक्षारोपण के अवसर पर विश्वविद्यालय परिवार सहित आये हुए अतिथियों ने सहभागिता कर विद्यार्थियों और स्टाफ सदस्यों को समय-समय पर पेड़ लगाओ, पेड़ बचाओ जन अभियान के तहत ‘एक पेड़ मां नाम‘ से लगाने की अपील कर इस धरा को हरा-भरा और समृद्ध बनाने की ओर हाथ बढ़ाया है। उन्होंने कहा कि जीएलए भले ही हरा-भरा है, लेकिन यह तब और सफल दिखेगा जब विश्वविद्यालय में इतना पौधारोपण हो जाए कि विश्वविद्यालय के अंदर का तापमान बाहरी तापमान से 3 से 4 डिग्री कम रहे।
कुलाधिपति ने बताया कि इस वृहद वृक्षारोपण जन अभियान के दौरान विश्वविद्यालय में 6000 पौधों का रोपण हुआ है, जिसमें नीम, कंजी, जामुन, अर्जुन, पाकड, शहतूत, पीली कनेर, इमली, पापड़ी, गुलमोहर, कदम्ब, बहेड़ा, तमाल, जेकरेन्डा, अमलतास, सैहजना, मौलश्री, जरूल, अनार, अमरूद, नींबू, बेलपत्र, बॉटलब्रश, कन्नेन, चम्पा आदि पौधे लगाए हैं। इस अवसर पर सभी आए हुए अतिथिगण और विश्वविद्यालय परिवारजनों ने अपने द्वारा लगाए वृक्षों की पूर्ण रक्षा संकल्प लिया है, जो कि मां के प्रति प्रेम और सम्मान की बात है। वृक्ष हमेशां पृथ्वी और बुद्धि की रक्षा करते हैं।
विश्वविद्यालय के चीफ फाइनेंस ऑफीसर विवेक अग्रवाल एवं कुलपति प्रो. फाल्गुनी गुप्ता ने बताया कि विश्वविद्यालय वृहद वृक्षारोपण के अवसर पर एक ‘जीएलए वृक्षारोपण‘ के नाम से एक एप तैयार किया है। इस एप के माध्यम से हर पौधे की जानकारी उस व्यक्ति को मिलेगी, जिसने वह पौधा लगाया है। इसके अलावा इस एप पर फोटो के माध्यम से पौधों की वर्तमान स्थिति जानी जा सकेगी। विदित रहे कि 6000 पौधों के रोपण की पूर्ण रूपरेखा बनाने में प्रतिकुलपति प्रो. अनूप कुमार गुप्ता, कुलसचिव अशोक कुमार सिंह सहित जीएलए उद्यान विभाग के सलाहकर बनवारी लाल पचौरी, अधीक्षक डा. गुलाब सिंह तथा विश्वविद्यालय के छात्र-छात्राएं एवं स्टाफ सदस्य का सहयोग सराहनीय रहा।