• जीएलए के दो अल्यूमिनाई ने यूपीएससी आईईएस की परीक्षा में हासिल की 7वीं और 86वीं रैंक

दैनिक उजाला, मथुरा : अगर हौंसले हों बुलंद हों तो मुठ्ठी में हर मुकाम है। इन्हीं हौसलों को लेकर जीएलए विष्वविद्यालय, मथुरा के मैकेनिकल इंजीनियरिंग के अल्यूमिनाई दिनेश शर्मा और सिविल इंजीनियरिंग के अभिनव सिंह ने नौकरी के साथ-साथ तैयारी के दौरान (यूपीएससी) आईईएस-इंडियन इंजीनियरिंग सर्विस परीक्षा में सफलता हासिल कर विश्वविद्यालय का नाम रोशन किया है।

विश्वविद्यालय में बीटेक मैकेनिकल के छात्र रहे दिनेष शर्मा ने विश्वविद्यालय में कैंपस प्लेसमेंट के दौरान जुनून और काबिलियत के दम पर वर्ष 2015 में सैमसंग कंपनी में बेहतरीन पैकेज पर रोजगार हासिल किया और दिल्ली में गेट अथवा इंडियन इंजीनियरिंग सर्विस (आईईएस) की तैयारी करने में जुटे रहे। वर्ष 2016 के बाद ही उन्होंने इंजीनियरिंग बैकग्राउंड की गेट की परीक्षा में सफलतम प्रदर्शन दिखाया। इसके बाद भाभा परमाणु अनुसंधान केन्द्र की लिखित परीक्षा में 4 बार सफलता हासिल की। गेट परीक्षा के अच्छे अंकों के आधार पर उन्होंने आइआइटी बीएचयू से वर्ष 2019 में एमटेक किया। इसी बीच पढ़ाई के दौरान उनका चयन डैनमार्क की कंपनी रैमबोल में हुआ, जहां वर्श 2021 तक असिस्टेंट डिजाइन इंजीनियर के पद पर सेवाएं दीं। वर्श 2021 में इसरो में साइंटिस्ट बन गए। इसके बाद भी यूपीएससी आईईएस की तैयारी में जुटे रहे। बीते दिनों (यूपीएससी) इंडियन इंजीनियरिंग सर्विसेस के परीक्षा में परिणाम 7वीं रैंक हासिल की।

अल्यूमिनाई छात्र ने बताया कि उनके पिता ओमप्रकाश शर्मा पुत्र लंबरदार कान्हाराम गांव मुबारिकपुर पोस्ट नौहझील में खेती करते हैं। छात्र ने बताया कि मेरे परिवार ने काफी सपोर्ट किया, तब जाकर आज यह सफलता हाथ लगी है। छात्र ने जीएलए में दी जा रही क्वालिटी एजुकेशन और शांत-वातावरण की सराहना की। उन्होंने कहा कि हमेशां आगे बढ़ने की तमन्ना ही सफलता हासिल कराती है।

विभागाध्यक्ष प्रो. पियूष सिंघल एवं एसोसिएट डीन रिसर्च प्रो. कमल शर्मा ने कहा कि विश्वविद्यालय छात्रों को नौकरी दिलाने में नित-नए रिकॉर्ड दर्ज कर रहा है। भारतीय कंपनियों में भी कोर ब्रांच के छात्रों की मांग बढ़ी है। आज भी मैकेनिकल के छात्र एक से बढ़कर एक कोर कंपनी में विभिन्न प्रोजेक्टों पर कार्य कर नित-नए आयाम स्थापित कर रहे हैं।

जीएलए विश्वविद्यालय का विहंगम दृश्य।

जीएलए विश्वविद्यालय के बीटेक सिविल इंजीनियरिंग के छात्र रहे अभिनव सिंह ने (यूपीएससी) इंडियन इंजीनियरिंग सर्विस की परीक्षा में 86वीं रैंक हासिल की है। छात्र ने बताया कि विश्वविद्यालय उत्कृष्ट शिक्षा ने इस मुकाम तक पहुंचाया है। वर्ष 2022 में विश्वविद्यालय में पढ़ाई के दौरान टाटा कंसल्टेंसी इंजीनियरिंग में प्लेसमेंट हुआ। आगामी परीक्षाओं की तैयारी के दौरान एसएससी जेई की परीक्षा में सफलता हासिल करने के बाद वर्श 2024 में सीपीडब्लूडी विभाग में चयन मिला। इसके बाद भी यूपीएससी आईईएस परीक्षा की तैयारी जुटे रहे और अंततः सफलता हाथ लगी। पिता राकेश चंद यूपी सिंचाई विभाग में असिस्टेंट इंजीनियर हैं। सिविल इंजीनियरिंग विभाग के विभागाध्यक्ष मोहित वर्मा ने अल्यूमिनाई की काबिलियत पर जोर देते हुए कहा कि ऐसे छात्रों से अध्ययनरत् छात्रों को सीख लेने की जरूरत है, क्योंकि यही छात्र आज देश के विकास में अह्म योगदान दे रहे हैं। यह वह छात्र हैं जो अपने परिवार पर बोझ न बनकर स्वयं ही जंगी मैदान पर डटकर मुकाबला कर रहे हैं और ऊंचाईयों को छू रहे हैं।

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