- जीएलए के मैकेनिकल इंजीनियरिंग छात्रों ने कैंपस प्लेसमेंट में दिखाया कौशल और आत्मविश्वास
दैनिक उजाला, मथुरा : जीएलए विश्वविद्यालय के मैकेनिकल इंजीनियरिंग विभाग के विद्यार्थियों ने एक बार फिर अपनी प्रतिभा का परचम लहराया है। देश की अग्रणी ऑटोमोबाइल कंपोनेंट्स निर्माण कंपनी “यूनो मिंडा” द्वारा आयोजित कैंपस प्लेसमेंट में विभाग के 6 छात्रों ने सफलता हासिल कर विश्वविद्यालय का नाम रोशन किया है।
चयन प्रक्रिया में आदित्य जोहरी, मानवेंद्र सिंह, रितिक, रोहन कुमार, सुषांत मिश्रा और नानक सिंह ने अपनी तकनीकी दक्षता, तार्किक सोच और आत्मविश्वास से कंपनी के अधिकारियों को प्रभावित करते हुए चयन प्राप्त किया। इस उपलब्धि के बाद छात्रों में खुशी का माहौल है। चयनित छात्र आदित्य जोहरी ने अपने अनुभव साझा करते हुए कहा जीएलए विश्वविद्यालय ने हमें केवल सैद्धांतिक ज्ञान नहीं, बल्कि प्रयोगात्मक प्रशिक्षण, अत्याधुनिक प्रयोगशालाओं और औद्योगिक भ्रमणों के माध्यम से वास्तविक उद्योग अनुभव प्रदान किया। यही अनुभव इंटरव्यू में हमारे आत्मविश्वास का कारण बना।
कंपनी के अधिकारियों ने भी छात्रों की तकनीकी समझ और संवाद कौशल की सराहना की। उन्होंने कहा कि जीएलए विश्वविद्यालय के छात्र उद्योग की आवश्यकताओं को अच्छी तरह समझते हैं और भविष्य के सक्षम इंजीनियर के रूप में अपनी पहचान बना रहे हैं।
मैकेनिकल इंजीनियरिंग विभागाध्यक्ष प्रो. पियूष सिंघल ने छात्रों की इस उपलब्धि पर बधाई देते हुए कहा, हमारे विभाग का प्लेसमेंट रिकॉर्ड लगातार उत्कृष्ट रहा है। यूनो मिंडा, जेएसडब्ल्यू, बीकेटी, ईयूलर, अडानी ग्रुप, एफकॉन, टीसीई और वीका ग्रुप जैसी कंपनियों में हमारे छात्र पहले भी चयनित हो चुके हैं। यह सफलता हमारे विद्यार्थियों की मेहनत और फैकल्टी के समर्पण का परिणाम है।
विभाग के ट्रेनिंग एंड प्लेसमेंट एडवाइजर विकास शर्मा ने कहा कि विश्वविद्यालय लगातार शीर्ष उद्योगों के संपर्क में रहता है ताकि छात्रों को बेहतरीन करियर अवसर प्रदान किए जा सकें।
वहीं कॉर्पोरेट रिलेशन विभाग के एसोसिएट जनरल मैनेजर राहुल सिंह ने कहा आज जब युवाओं के सामने रोजगार की चुनौतियां हैं, ऐसे में जीएलए के छात्र अपनी प्रतिभा और तैयारी से इन चुनौतियों को अवसर में बदल रहे हैं। आने वाले समय में और भी प्रतिष्ठित कंपनियां कैंपस प्लेसमेंट के लिए यहां आएंगी।
इस सफलता ने न केवल चयनित छात्रों के परिवारों और शिक्षकों को गर्व से भर दिया है, बल्कि यह भी सिद्ध कर दिया है कि जीएलए विश्वविद्यालय उद्योग-उन्मुख तकनीकी शिक्षा का अग्रणी केंद्र बन चुका है। जीएलए से सफलता हासिल कर निकलने वाले इंजीनियर्स आधुनिक भारत के औद्योगिक विकास में महत्वपूर्ण योगदान दे रहे हैं।

