- जीएलए के अंग्रेजी विभाग में एलएसआरडब्ल्यू पर हुआ दो दिवसीय कार्यशाला का आयोजन
दैनिक उजाला, मथुरा : जीएलए विश्वविद्यालय, मथुरा के अंग्रेज़ी विभाग द्वारा एलएसआरडब्ल्यू (सुनना, बोलना, पढ़ना, लिखना) कौशल पर एक द्विदिवसीय कार्यशाला का आयोजन किया गया। इस कार्यशाला का उद्देश्य छात्रों और शिक्षकों में प्रभावी संचार कौशल विकसित करना था। इंटरएक्टिव और ज्ञानवर्धक सत्रों के माध्यम से प्रतिभागियों को भाषाई उत्कृष्टता प्राप्त करने के अवसर प्रदान किए गए।
इस कार्यशाला की अध्यक्षता प्रतिष्ठित विद्वानों ने की। एनसीईआरटी के अंतरराष्ट्रीय संबंध प्रभाग एवं भाषा शिक्षा विभाग के अंग्रेजी प्रोफेसर रामानुजम मेगनाथन और आईजीएनओयू के डा. प्रमोद कुमार मेहरा ने भाषा शिक्षा और कौशल विकास पर अपनी गहन अंतर्दृष्टि साझा की, जिससे प्रतिभागियों को नए दृष्टिकोण प्राप्त हुए।
कार्यशाला के दौरान भाषाई दक्षता को निखारने के लिए कई संवादात्मक गतिविधियां आयोजित की गईं, जिनमें कहानी सुनाना रचनात्मकता और श्रवण कौशल को विकसित करने पर केंद्रित था, स्प्लिट स्टोरीज़ ने टीम वर्क और कल्पनाशीलता को प्रोत्साहित किया, टंग ट्विस्टर्स के माध्यम से उच्चारण और भाषा प्रवाह में सुधार हुआ, द पावर ऑफ़ रीडिंग ने गहन पठन कौशल और आलोचनात्मक सोच को मजबूत किया, स्पॉट द डिफरेंस ने विश्लेषणात्मक क्षमता को निखारा, जबकि एक्सप्रेसिव राइटिंग ने स्पष्टता और सृजनात्मक लेखन को बढ़ावा दिया।
कार्यशाला में 180 छात्रों और 20 शिक्षकों ने सक्रिय रूप से भाग लिया। उद्घाटन सत्र में कार्यशाला समन्वयक डा. दिव्या गुप्ता ने स्वागत भाषण दिया, जिसके बाद अंग्रेज़ी विभागाध्यक्ष डा. रामांजनेय उपाध्याय ने प्रेरक वक्तव्य देते हुए आधुनिक युग में अंग्रेज़ी भाषा के महत्व पर प्रकाश डाला। कार्यशाला का संचालन डा. आयुषी दीक्षित द्वारा किया गया।
कार्यक्रम में प्रतिष्ठित विद्वानों की उपस्थिति और संवादात्मक गतिविधियों ने इसे एक शैक्षणिक व बौद्धिक रूप से समृद्ध अनुभव बना दिया। जीएलए विश्वविद्यालय का अंग्रेज़ी विभाग भविष्य में भी इसी प्रकार के कार्यक्रमों के माध्यम से भाषाई उत्कृष्टता को बढ़ावा देने के लिए प्रतिबद्ध है।