नई दिल्ली : क्रिसमस और नए साल से पहले देश में कोरोना वायरस के मामले अचानक बढ़ने लगे हैं। इसके मद्देनजर सरकार अलर्ट मोड़ पर है। नीति आयोग के सदस्य डॉ वीके पॉल ने बुधवार को जानकारी देते हुए कहा कि भारत में अब तक Covid-19 के सब-वेरिएंट JN.1 के 21 नए केस की पुष्टि हुई है, हालांकि उन्होंने कहा कि इससे घबराने की आवश्यकता नहीं है। उन्होंने आगे कहा कि देश में वैज्ञानिक नए वेरिएंट रिसर्च कर रहे हैं। इसके अलावा उन्होंने राज्यों को टेस्टिंग बढ़ाने और अपनी निगरानी प्रणालियों को मजबूत करने की सलाह दी। पॉल ने बताया कि करीब 91 – 92 फीसदी संक्रमित व्यक्तियों ने इलाज के लिए होम – आइसोलेशन विकल्प को अपनाया है।
हिंदुस्तान टाइम्स की एक रिपोर्ट के मुताबिक, गोवा में COVID-19 के सब वेरिएंट JN.1 से जुड़े 19 मामले सामने आए हैं, जबकि केरल और महाराष्ट्र में एक-एक मामले की पुष्टि की गई है। पिछले दो हफ्तों में COVID-19 से 16 लोगों की मौतें हुई हैं। जिनमें पीड़ितों को गंभीर सह-रुग्णताएं थीं। केंद्र सरकार ने राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों से यह अपील की है कि वे देशभर में COVID-19 मामलों में वृद्धि और नए JN.1 वेरिएंट पर निगरानी बनाए रखें।
बता दें कि केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री ने मनसुख मंडाविया ने बुधवार को सभी राज्यों के स्वास्थ्य मंत्रियों के साथ एक उच्च स्तरीय बैठक की। इस मीटिंग में कोरोना वायरस के नए वेरिएंट के खतरे और उससे निपटने की तैयारियों पर चर्चा हुई।बैठक के दौरान मनसुख मंडाविया ने कहा कि हमें इस संक्रमण से सतर्क रहने की आवश्यकता है, लेकिन घबराने की जरूरत नहीं है। इस वायरस से निपटने के लिए केंद्र और राज्य को मिलकर काम करने की जरूरत है। जल्द ही अस्पतालों में तैयारियों की मॉक ड्रिल करनी शुरू होगी और बाहर से आने वाले लोगों के लिए राज्यों को आरटी-पीसीआर टेस्ट भी पर्याप्त मात्रा में बढ़ाने होंगे।