नारनौल : हरियाणा के नारनौल में पुलिस चौकी के अंदर एक ट्यूशन टीचर ने तार से फंदा लगाकर सुसाइड कर लिया। पुलिस युवक को नशे की हालत में DC आवास के सामने से लाई थी।

उसकी आत्महत्या किए जाने के बाद पुलिस ने परिजनों को सूचना दे दी है। सूचना मिलने पर परिजन मौके पर पहुंचे और शव की शिनाख्त की।

शव को सिविल अस्पताल भिजवाया गया। जहां उसका पंचनामा भरवा कर शवगृह में रखवा दिया गया है।

नारनौल पुलिस चौकी, जिसके बाथरूम में टीचर ने फंदा लगाकर सुसाइड किया है।

नारनौल पुलिस चौकी, जिसके बाथरूम में टीचर ने फंदा लगाकर सुसाइड किया है।

क्या है पूरा मामला…

  • चार दिन से लापता था युवक: गांव कोथल कलां के ओमप्रकाश ने बताया कि उसका 30 वर्षीय पुत्र बलवान सिंह गांव में बच्चों को ट्यूशन पढ़ाता था। चार दिन से घर से गायब था। बीती रात को उसका फोन आया कि उसे 10 हजार रुपए की आवश्यकता है। वह नारनौल के महावीर चौक पर खड़ा है।
  • घर ले जा रहे थे पिता, नहीं गया: इस पर वह सरपंच प्रतिनिधि संजय के साथ महावीर चौक पर आया। दोनों ने उसको गाड़ी से ले जाने की कोशिश की, मगर कई बार समझाने के बाद भी वह नहीं चला। उन्होंने बताया कि इसके बाद वे वहां से चले गए। वहीं उसकी साली के परिजन भी उसको समझाने के लिए आए, मगर वह उनके साथ भी नहीं गया।
  • रात 10 दिन पुलिस को मिला: रात करीब 10 बजे पिता के पास पुलिस से फोन किया। बताया कि तुम्हारा लड़का शराब के नशे में DC आवास के पास खड़ा मिला है। उसे आकर ले जाए। इस पर उन्होंने कहा कि थोड़ी देर पहले ही वे उसको लेने आए थे, मगर वह उसके साथ नहीं गया। जिसके बाद पिता सो गया।
  • सुबह SHO ने बताया: बुधवार सुबह महेंद्रगढ़ थाने के SHO गांव में उनके पास आए और कहा कि नारनौल पुलिस चौकी चलना है। जिसके बाद वे यहां पर आए तो उन्होंने फांसी पर लटके हुए बेटे को दिखाया। इस पर उसने उसकी शिनाख्त की। इसके बाद पुलिस आगामी कार्रवाई में जुट गई।
  • बाथरूम में टूटी पर तार से लटका: परिजनों को पुलिस ने बताया कि डायल 112 की टीम युवक को पुलिस चौकी में छोड़कर चली गई। जिसके बाद वह लघुशंका जाने का बहाना बनाकर टॉयलेट में चला गया। वहां पर उसने बिजली के एक तार का फांसी का फंदा बनाकर उससे सुसाइड कर लिया। कुछ देर बाद पुलिसकर्मियों ने उसको लटका देख।
जानकारी देते मृतक के पिता ओमप्रकाश।

जानकारी देते मृतक के पिता ओमप्रकाश।

अविवाहित था युवक, पढ़ाता था ट्यूशन

मृतक के पिता ओमप्रकाश ने बताया कि उसका बेटा बेरोजगार और अविवाहित था। वह गांव में बच्चों को ट्यूशन पढ़ाता था। ट्यूशन फीस से ही वह अपना खर्चा चलाता था। इसके अलावा वह खेतीबाड़ी का काम भी करता था।

DSP बोले- कुछ नहीं बता सकते

इस बारे में मौके पर मौजूद DSP भारत भूषण से बात की तो उन्होंने बताया कि पोस्टमॉर्टम कराए जाने के बाद ही वे कुछ जानकारी दे पाएंगे। अभी वे इस मामले में कुछ भी नहीं बता सकते, क्योंकि यह लॉ एंड ऑर्डर का सवाल है।

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