नई दिल्ली : अमरीका के आसमान में चीन के ‘जासूसी गुब्बारा’ दिखने के बाद से ही वह ड्रैगन के खिलाफ आक्रामक रुख अपनाया लिया है। अरुणाचल प्रदेश को लेकर भारत का पक्ष लेते हुए अमरीका ने चीन का कड़ी फटकार लगाई है। दरअसल, भारत के समर्थन में अमरीका के तीन शक्तिशाली सीनेटरों ने सीनेट में एक प्रस्ताव पेश किया है। प्रस्ताव में अरुणाचल प्रदेश को भारत का अभिन्न अंग बताया है। इसके साथ ही भारत की संप्रभुता और क्षेत्रीय अखंडता का समर्थन भी किया है। वास्तविक नियंत्रण रेखा (LAC) पर यथास्थिति बदलने के लिए सैन्य बलों के उपयोग पर चीन को लताड़ा है।
ओरेगन के सीनेटर जेफ मर्कले ने बताया कि वे अरुणाचल प्रदेश को भारत का अभिन्न अंग मानते हैं। इसलिए वे इस पर अमरीकी की संसद में बिल लेकर आए है। इसपर सीनेटर मर्कले का साथ सीनेटर बिल हेगर्टी ने दिया है। हेगर्टी ने कहा कि चीन भारत-प्रशांत क्षेत्र के लिए गंभीर खतरा पैदा कर रहा है। इसलिए अमरीका अपने रणनीतिक साझेदारों के साथ कंधे से कंधा मिलाकर खड़ा है।
भारत सरकार के कदमों की सराहना की
सीनेटर जेफ मार्कले, बिल हैगर्टी ने इस प्रस्ताव को पेश किया है। जॉन कॉर्निन ने इसे समर्थन दिया है। इसमें भारत के रक्षा आधुनिकीकरण के समर्थन के साथ ही अरुणाचल में भारत के विकास प्रयासों की तारीफ की।