दैनिक उजाला, मथुरा : जीएलए विश्वविद्यालय, मथुरा के जैव प्रौद्योगिकी विभाग के छात्रों ने आईसीएआर-एनडीआरआई, करनाल का भ्रमण किया। भ्रमण के दौरान डेयरी अनुसंधान और कृषि आधारित उत्पादों पर आधारित विभिन्न उत्पादों का अनुभव प्राप्त किया।
एमएससी जैव प्रौद्योगिकी, एमएससी माइक्रोबायोलॉजी और इम्यूनोलॉजी एवं बीएससी बायोटेक्नोलॉजी के छात्रों के एक समूह ने संकाय के प्रोफेसर डा. आलोक भारद्वाज, डा. माया दत्त जोशी और डा. सुहास टिकोले की देखरेख में एनडीआरआई, करनाल पहुंचे।
शैक्षिक यात्रा का प्रमुख आकर्षण “डेयरी मेला एवं एग्री एक्सपो“ रहा, जहां उत्तर भारत के विभिन्न क्षेत्रों के विभिन्न नवीन उत्पादों का प्रदर्शन किया गया था। जिसे देखकर छात्र बहुत प्रसन्नता महसूस कर रहे थे। छात्रों ने डेयरी मेला और कृषि एक्सपो में विभिन्न वैज्ञानिक स्टालों का भी दौरा किया और अच्छे मानव स्वास्थ्य के लिए भोजन के रूप में महत्वपूर्ण डेयरी अनुसंधान और कृषि आधारित उत्पादों पर आधारित विभिन्न उत्पादों का अनुभव प्राप्त किया।
छात्रों ने एनडीआरआई, करनाल के डेयरी माइक्रोबायोलॉजी डिवीजन में वरिष्ठ वैज्ञानिक प्रो. शिल्पा विज की प्रयोगशाला का भी दौरा किया, जहां प्रोबायोटिक्स सहित बायोफंक्शनल डेयरी उत्पादों पर शोध और मानव स्वास्थ्य में विभिन्न बैक्टीरिया की भूमिका के बारे में कार्य किया था। छात्र प्रयोगशाला में जानकारी लेने के साथ नए विचारों से समृद्ध हुए। शैक्षिक यात्रा का सफल आयोजन एवं समन्वयन किया गया।
बायोटेक्नोलॉजी विभाग के विभागाध्यक्ष प्रो. शूरवीर सिंह ने छात्रों को बधाई दी और छात्रों की व्यावहारिक अवधारणाओं और समझ को बढ़ाने के लिए भविष्य में भी बायोटेक्नोलॉजी के छात्रों के लिए ऐसी उपयोगी यात्राओं के आयोजन पर जोर दिया।
कैप्सूल कोर्स कार्यक्रम में मैकेनिकल के छात्रों ने किया प्रतिभाग

जीएलए विश्वविद्यालय, मथुरा ने भारतीय मानक ब्यूरो (बीआईएस) की नोएडा शाखा के गुणवत्ता नियंत्रण प्रभारियों के साथ आईएस (पैकेज्ड पेयजल) पर एक कैप्सूल कोर्स का आयोजन किया। कार्यक्रम का संचालन जीएलए विश्वविद्यालय के डा. कुंवर मौसम और नोएडा शाखा कार्यालय (एचएनओबीओ) के प्रमुख विक्रांत के मार्गदर्शन में किया गया। विक्रांत ने विभिन्न पैकेज्ड पेयजल कंपनियों के गुणवत्ता नियंत्रण प्रभारियों के लिए एक प्रेरणादायक स्वागत भाषण दिया और उन्होंने उनके सभी प्रश्नों का बड़ी स्पष्टता के साथ समाधान किया। नोएडा शाखा के सहायक निदेशक रसुजीत चोंगडर ने संशोधित भारतीय मानक आईएस का गहन अवलोकन प्रदान किया। उन्होंने मानक के अंतर्गत आने वाले सूक्ष्मजीव विज्ञानी मापदंडों की परीक्षण विधियों पर विस्तृत चर्चा की।