- हरियाण में IPS वाई पूरन कुमार की आत्महत्या का मामला गहराता जा रहा है, अब पूरन कुमार पर लगे भ्रष्टाचार के आरोपों की जांच कर रहे ASI ने अपनी जान दे दी है
रोहतक : हरियाणा में आईपीएस वाई पूरन कुमार की आत्महत्या के बाद से बीते कई दिनों से हंगामा जारी है। अब मंगलवार को रोहतक से एक और हैरान कर देने वाली घटना सामने आई है। हरियाणा पुलिस की साइबर सेल में तैनात एएसआई ने अपनी जान दे दी है। ASI ने खुद को गोली मारकर आत्महत्या कर ली है। उसने तीन पेज का सुसाइड नोट और एक वीडियो मैसेज भी छोड़ा है। जान देने वाले ASI ने आईपीएस वाई पूरन कुमार पर गंभीर आरोप लगाए हैं। ASI की पहचान संदीप लाठर के रूप में की गई है।
साइबर सेल में तैनात एएसआई वाई पूरन कुमार पर लगे भ्रष्टाचार के आरोपों की जांच कर रहा था। ASI ने जान देने से पहले तीन पेज का सुसाइड नोट और एक वीडियो मैसेज छोड़ा है। इस मैसेज में ASI ने आईपीएस वाई पूरन कुमार पर गंभीर आरोप लगाए हैं। उसने दावा किया है कि वाई पूरन कुमार भ्रष्टाचारी अफसर थे।
वाई पूरन कुमार पर क्या आरोप लगा?
साइबर सेल में तैनात एएसआई ने जान देने से पहले कहा- “वाई पूरन कुमार भ्रष्टाचारी अफसर थे। उनके खिलाफ बहुत से सबूत मौजूद हैं। पूरन कुमार ने गिरफ्तारी के डर से सुसाइड किया है। उन्होंने जातिवाद का सहारा लेकर सिस्टम को हाईजैक किया। मैं अपनी शहादत देकर जांच की मांग कर रहा हूं। इस भ्रष्टाचारी परिवार को छोड़ा नहीं जाए।”
क्या है पूरा मामला?
दरअसल, बीते 7 अक्टूबर को भारतीय पुलिस सेवा (आईपीएस) के 2001 बैच के अधिकारी वाई पूरन कुमार ने चंडीगढ़ के सेक्टर-11 स्थित अपने आवास पर कथित तौर पर गोली मारकर आत्महत्या कर ली थी। उन्होंने 8 पन्नों का ‘अंतिम नोट’ छोड़ा था, जिसमें हरियाणा के पुलिस महानिदेशक शत्रुजीत कपूर और रोहतक के तत्कालीन पुलिस अधीक्षक (एसपी) नरेंद्र बिजारणिया सहित आठ वरिष्ठ आईपीएस अधिकारियों पर ‘जातिगत भेदभाव, निशाना बनाकर मानसिक उत्पीड़न, सार्वजनिक अपमान तथा अत्याचार’ का आरोप लगाया गया है।

