अयोध्या : अयोध्या में मां-बेटे की पीट-पीटकर हत्या कर दी गई। लाठी-डंडे और सरिया से दबंगों ने तब तक पीटा जब तक दोनों की मौत नहीं हो गई। चीख-पुकार सुनकर छोटा बेटा और बहू पहुंचे तो उन पर भी हमला कर दिया। दोनों की हालत गंभीर है। उन्हें जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया है।

वारदात गुरुवार रात करीब 10.30 बजे खंडासा थाना क्षेत्र की है। यहां महुआ गांव में रहने वाले प्रेमनाथ (22) गुरुवार रात तेरहवीं से घर लौट रहे थे। घर के बाहर ही आरोपियों ने उसे घेर लिया और हमला कर दिया। बेटे की चीखने की आवाज सुनकर मां कुंता देवी भागती हुई बाहर आईं।

वह हाथ जोड़कर बेटे को छोड़ने की मिन्नतें करने लगीं। जब आरोपी नहीं माने तो बचाने के लिए वह बेटे के ऊपर लेट गईं। मां-बेटे को दबंग तब तक पीटते रहे जब तक उनकी मौत नहीं हो गई। ग्रामीणों की सूचना पर पहुंची पुलिस ने 6 आरोपियों को हिरासत में लिया है। मामला जमीन विवाद से जुड़ा बताया जा रहा है। गांव में तनाव को देखते हुए पुलिस बल तैनात किया गया है।

मां-बेटे की हत्या के बाद से गांव में पुलिस फोर्स तैनात कर दी गई है।

मां-बेटे की हत्या के बाद से गांव में पुलिस फोर्स तैनात कर दी गई है।

जमीन विवाद में हुई वारदात

महुआ पूरे फौजदार गांव निवासी माता प्रसाद दिल्ली में रहकर मजदूरी करते हैं। उनके चार बेटे शोभनाथ,अमरनाथ, प्रेमनाथ और दीनानाथ हैं। शोभनाथ और अमरनाथ बाहर नौकरी करते हैं। माता प्रसाद की पत्नी कुंता देवी (55), बड़े बेटे शोभनाथ की पत्नी अनीता देवी (28), दूसरे बेटे अमरनाथ की पत्नी मालती देवी और दोनों छोटे बेटे प्रेम नाथ (22) और दीनानाथ (18) गांव में रहते हैं।

उनके घर के बगल में ही परिवार के सोनू का मकान है। प्रेमनाथ ने एक साल पहले गांव के गुड्‌डू सिंह से 10 बिस्वा जमीन खरीदी थी। मुख्य आरोपी सोनू को इसकी जानकारी हुई तो उसने प्रशासन से शिकायत कर दी। इसलिए दाखिल खारिज नहीं हुआ। सोनू का कहना था कि इस जमीन पर उसके नाना का घर था। इसलिए ये उसकी जमीन है।

इस जमीन को लेकर एक साल से अमानीगंज में नायब तहसीलदार कोर्ट में केस चल रहा है। 15 दिन पहले भी दोनों परिवारों में विवाद हुआ था। पुलिस ने दोनों पक्षों को पाबंद कर दिया था।

गुरुवार रात पड़ोस के गांव अंडूतारा में तेरहवीं कार्यक्रम था। यहां प्रेमनाथ और दूसरे पक्ष के लोगों की बीच कहासुनी हो गई। तब लोगों ने मामला शांत करा दिया। रात करीब 10.30 प्रेमनाथ खाना खाकर घर आ रहा था।

घर से कुछ दूरी पर पहले से घात लगाए बैठे 6 से अधिक हमलावरों ने प्रेमनाथ पर सरिया और लाठी डंडों से हमला कर दिया। प्रेमनाथ की चीख सुनकर मां कुंता देवी बाहर आईं तो देखा कि उसके बेटे को जमीन पर गिराकर पीट रहे थे।

पुलिस गांव में आरोपियों की तलाश में दबिश दे रही है।

पुलिस गांव में आरोपियों की तलाश में दबिश दे रही है।

बेटे को बचाने के लिए ऊपर लेट गई मां, फिर भी नहीं छोड़ा

कुंता देवी ने बेटे को छोड़ने की मिन्नतें कीं। मगर आरोपी नहीं माने। बेटे को बचाने के लिए कुंता देवी बेटे प्रेमनाथ के ऊपर लेट गई। हमलावर तब भी लाठियों और सरिया से पीटते रहे। आवाज सुनकर भाई दीनानाथ और भाभी अनिता भी बचाने के लिए दौड़कर बाहर आई।

हमलावरों ने उन पर भी हमला कर दिया। हमले में प्रेमनाथ, मां कुंता, भाभी अनीता और भाई दीनानाथ गंभीर रूप से घायल हो गए। सूचना पर पहुंची पुलिस ने सभी को सीएचसी भेजा। वहां से जिला अस्पताल में रेफर कर दिया।

यहां डॉक्टरों ने मां कुंता को मृत घोषित कर दिया। प्रेम की हालत गंभीर होने पर दर्शन नगर मेडिकल कॉलेज रेफर किया गया। यहां से उसे लखनऊ के लिए रेफर कर दिया गया। लखनऊ के डॉ. राम मनोहर लोहिया के लिए रेफर किया गया, लेकिन रास्ते में ही प्रेमनाथ की मौत हो गई।

प्रेमनाथ के घर के बाहर भी पुलिस को तैनात किया गया है।

प्रेमनाथ के घर के बाहर भी पुलिस को तैनात किया गया है।

तनाव को देखते हुए गांव में पुलिस तैनात

पुलिस अधीक्षक ग्रामीण बलवंत चौधरी ने बताया कि मृतक प्रेमनाथ की भाभी की शिकायत पर सोनू, हृदय राम समेत 9 लोगों पर केस दर्ज किया गया है। 7 लोगों को हिरासत में लिया गया है। उनसे पूछताछ की जा रही है। कुंता का अयोध्या और प्रेमनाथ का लखनऊ में पोस्टमॉर्टम कराया जा रहा है। तनाव को देखते हुए गांव में पुलिस फोर्स तैनात की गई है।

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