प्रयागराज : महाकुंभ। नागा साधु-संतों की अद्भुत दुनिया। कोई चश्मा लगाए, कोई तलवार पकड़े। किसी के हाथ में डमरू तो कोई त्रिशूल-भाला और गदा लिए। घोड़े-ऊंट और रथ पर सवार होकर हर-हर महादेव का उद्घोष करते हुए नागा साधु अपने गुरु के साथ संगम पहुंचे।

दुनियाभर से श्रद्धालु नागा संतों का आशीर्वाद लेने और उन्हें देखने के लिए करोड़ों की संख्या में पहुंचे।

सबसे पहले 10 तस्वीरें नागा साधुओं की …

चुनरी चढ़ाई: अमृत स्नान करने पहुंचे जूना अखाड़े के पीठाधीश्वर अवधेशानंद जी महाराज ने साधु-संतों के साथ गंगा को चुनरी अर्पित की।

चुनरी चढ़ाई: अमृत स्नान करने पहुंचे जूना अखाड़े के पीठाधीश्वर अवधेशानंद जी महाराज ने साधु-संतों के साथ गंगा को चुनरी अर्पित की।

उल्लास: अखाड़ों की महिला संन्यासियों ने भी अमृत स्नान किया। सबसे ज्यादा जूना अखाड़े में महिला नागा साधु हैं।

उल्लास: अखाड़ों की महिला संन्यासियों ने भी अमृत स्नान किया। सबसे ज्यादा जूना अखाड़े में महिला नागा साधु हैं।

पंचायती, अटल, निरंजनी और आनंद अखाड़े के नागा साधु और संतों ने एक साथ स्नान किया। नागा साधु अपने अस्त्र-शस्त्र के साथ पहुंचे।

पंचायती, अटल, निरंजनी और आनंद अखाड़े के नागा साधु और संतों ने एक साथ स्नान किया। नागा साधु अपने अस्त्र-शस्त्र के साथ पहुंचे।

संगम घाट अखाड़ों के लिए रिजर्व रखा गया। स्नान के लिए पहुंचे नागा साधुओं ने पानी में करतब दिखाए।

संगम घाट अखाड़ों के लिए रिजर्व रखा गया। स्नान के लिए पहुंचे नागा साधुओं ने पानी में करतब दिखाए।

नागा संन्यासी घोड़े-ऊंट पर सवार होकर अमृत स्नान के लिए निकले। इस दौरान पंचायती अखाड़े के नागा साधु ने घोड़े पर बैठकर नगाड़ा बजाया।

नागा संन्यासी घोड़े-ऊंट पर सवार होकर अमृत स्नान के लिए निकले। इस दौरान पंचायती अखाड़े के नागा साधु ने घोड़े पर बैठकर नगाड़ा बजाया।

अखाड़े के नागा साधु अमृत स्नान के लिए अपनी धर्म ध्वजा साथ ले गए। उन्हें देखने के लिए श्रद्धालुओं की भीड़ उमड़ी रही।

अखाड़े के नागा साधु अमृत स्नान के लिए अपनी धर्म ध्वजा साथ ले गए। उन्हें देखने के लिए श्रद्धालुओं की भीड़ उमड़ी रही।

संगम स्नान के लिए जा रहे नागा संत ने अपनी शस्त्र कलाओं का भी प्रदर्शन किया। नागा संन्यासी तलवार लहराते हुए।

संगम स्नान के लिए जा रहे नागा संत ने अपनी शस्त्र कलाओं का भी प्रदर्शन किया। नागा संन्यासी तलवार लहराते हुए।

निरंजनी अखाड़े में इस समय 10 हजार नागा संन्यासी हैं। दावा किया जाता है कि निरंजनी अखाड़े में सबसे ज्यादा पढ़े-लिखे साधु-संन्यासी हैं।

निरंजनी अखाड़े में इस समय 10 हजार नागा संन्यासी हैं। दावा किया जाता है कि निरंजनी अखाड़े में सबसे ज्यादा पढ़े-लिखे साधु-संन्यासी हैं।

छोटा नागा संन्यासी आकर्षण का केंद्र रहा। प्रयागराज में नागा बनने वाले को नागा संन्यासी कहा जाता है, जबकि उज्जैन में बने नागा खूनी नागा कहलाते हैं ।

छोटा नागा संन्यासी आकर्षण का केंद्र रहा। प्रयागराज में नागा बनने वाले को नागा संन्यासी कहा जाता है, जबकि उज्जैन में बने नागा खूनी नागा कहलाते हैं ।

इन्हें कबूतर बाबा के नाम से जाना जाता है। कबूतर के साथ संगम में अमृत स्नान किया। बाबा के साथ हर वक्त कबूतर रहता है।

इन्हें कबूतर बाबा के नाम से जाना जाता है। कबूतर के साथ संगम में अमृत स्नान किया। बाबा के साथ हर वक्त कबूतर रहता है।

अब देखिए महाकुंभ में भीड़ की 5 तस्वीरें….

श्रद्धालुओं का सैलाब: महाकुंभ के पहले अमृत स्नान के अवसर पर संगम तट पर पैर रखने की जगह नहीं है। सुबह 7 बजे तक एक करोड़ श्रद्धालु स्नान कर चुके थे।

श्रद्धालुओं का सैलाब: महाकुंभ के पहले अमृत स्नान के अवसर पर संगम तट पर पैर रखने की जगह नहीं है। सुबह 7 बजे तक एक करोड़ श्रद्धालु स्नान कर चुके थे।

रातभर जमावड़ा: अमृत स्नान में नागा साधुओं को देखने और स्नान के लिए रात 12 बजे ही संगम के आसपास श्रद्धालुओं की भीड़ उमड़ गई।

रातभर जमावड़ा: अमृत स्नान में नागा साधुओं को देखने और स्नान के लिए रात 12 बजे ही संगम के आसपास श्रद्धालुओं की भीड़ उमड़ गई।

ड्रोन से तस्वीर: सुबह बजे संगम क्षेत्र में लाखों श्रद्धालु पहुंच गए। विशेष स्नान पर संगम क्षेत्र में नाव बंद कर दी गई है।

ड्रोन से तस्वीर: सुबह बजे संगम क्षेत्र में लाखों श्रद्धालु पहुंच गए। विशेष स्नान पर संगम क्षेत्र में नाव बंद कर दी गई है।

बारी का इंतजार: मकर संक्रांति पर स्नान के लिए पहुंचे लोग अपनी बारी का इंतजार करते रहे। इस दौरान हर तरफ श्रद्धालुओं की भीड़ रही।

बारी का इंतजार: मकर संक्रांति पर स्नान के लिए पहुंचे लोग अपनी बारी का इंतजार करते रहे। इस दौरान हर तरफ श्रद्धालुओं की भीड़ रही।

वीडियो-फोटो : महाकुंभ में अखाड़ों के नागा साधु जब संगम स्नान के लिए निकले, तो श्रद्धालु इस पल को अपने मोबाइल में कैद करने लगे।

वीडियो-फोटो : महाकुंभ में अखाड़ों के नागा साधु जब संगम स्नान के लिए निकले, तो श्रद्धालु इस पल को अपने मोबाइल में कैद करने लगे।

आखिरी में शंकराचार्य और महामंडलेश्वरों की 5 तस्वीरें

शंकराचार्य: ज्योतिष पीठ के शंकराचार्य अविमुक्तेश्वरानंद सरस्वती रथ पर सवार होकर स्नान के लिए निकले। सभी शंकराचार्य निरंजनी अखाड़े से जुड़े हैं।

शंकराचार्य: ज्योतिष पीठ के शंकराचार्य अविमुक्तेश्वरानंद सरस्वती रथ पर सवार होकर स्नान के लिए निकले। सभी शंकराचार्य निरंजनी अखाड़े से जुड़े हैं।

अवधेशानंद गिरि: सबसे बड़े अखाड़े जूना के पीठाधीश्वर महामंडलेश्वर अवधेशानंद गिरि जी महाराज संगम में स्नान करने पहुंचे। इस दौरान अखाड़े के साधु-संत मौजूद रहे।

अवधेशानंद गिरि: सबसे बड़े अखाड़े जूना के पीठाधीश्वर महामंडलेश्वर अवधेशानंद गिरि जी महाराज संगम में स्नान करने पहुंचे। इस दौरान अखाड़े के साधु-संत मौजूद रहे।

कैलाशनंद जी: निरंजनी अखाड़े के महामंडलेश्वर कैलाशानंद अपने अखाड़े के नागा साधु-संतों के साथ अमृत स्नान किया। इस दौरान नागा साधु त्रिशूल लेकर स्नान के लिए उतरे।

कैलाशनंद जी: निरंजनी अखाड़े के महामंडलेश्वर कैलाशानंद अपने अखाड़े के नागा साधु-संतों के साथ अमृत स्नान किया। इस दौरान नागा साधु त्रिशूल लेकर स्नान के लिए उतरे।

हिंदू शेरनी: साध्वी सरस्वती दीदी रथ पर सवार होकर संगम स्नान के लिए निकलीं। उनके भक्त हाथों में विश्व विख्यात हिंदू शेरनी लिखे तख्ती लेकर चल रहे थे।

हिंदू शेरनी: साध्वी सरस्वती दीदी रथ पर सवार होकर संगम स्नान के लिए निकलीं। उनके भक्त हाथों में विश्व विख्यात हिंदू शेरनी लिखे तख्ती लेकर चल रहे थे।

साईं मां: महाकुंभ में साईं मां के शिविर में सबसे ज्यादा विदेश से आए श्रद्धालु रह रहे हैं। साईं मां निर्मोही अखाड़े से जुड़ी हैं। वह अपने भक्तों के साथ स्नान करने संगम आईं।

साईं मां: महाकुंभ में साईं मां के शिविर में सबसे ज्यादा विदेश से आए श्रद्धालु रह रहे हैं। साईं मां निर्मोही अखाड़े से जुड़ी हैं। वह अपने भक्तों के साथ स्नान करने संगम आईं।

संगम में आस्था और सुरक्षा की 5 तस्वीरें…

आचमन: साधु-संत जब स्नान के लिए पहुंचे तो उन्होंने संगम के जल का आचमन किया। फिर उसमें डुबकी लगाई। हर तरफ फोर्स तैनात रही।

आचमन: साधु-संत जब स्नान के लिए पहुंचे तो उन्होंने संगम के जल का आचमन किया। फिर उसमें डुबकी लगाई। हर तरफ फोर्स तैनात रही।

आस्था: मकर संक्रांति पर देश-विदेश से आए श्रद्धालुओं ने संगम में डुबकी लगाई। इस दौरान एक विदेशी महिला श्रद्धालु ने स्नान के बाद हाथ जोड़कर ध्यान में लीन दिखी।

आस्था: मकर संक्रांति पर देश-विदेश से आए श्रद्धालुओं ने संगम में डुबकी लगाई। इस दौरान एक विदेशी महिला श्रद्धालु ने स्नान के बाद हाथ जोड़कर ध्यान में लीन दिखी।

सुरक्षा: श्रद्धालुओं को गहरे पानी में जाने से रोकने के लिए जवान घोड़े पर तैनात रहे। संगम में उतरकर लोगों को नियंत्रित किया।

सुरक्षा: श्रद्धालुओं को गहरे पानी में जाने से रोकने के लिए जवान घोड़े पर तैनात रहे। संगम में उतरकर लोगों को नियंत्रित किया।

प्रार्थना- महाकुंभ में लगातार दूसरे दिन स्नान करने श्रद्धालु पहुंचे। संगम में डुबकी लगाने के बाद हाथ जोड़कर प्रार्थना की।

प्रार्थना- महाकुंभ में लगातार दूसरे दिन स्नान करने श्रद्धालु पहुंचे। संगम में डुबकी लगाने के बाद हाथ जोड़कर प्रार्थना की।

भक्तिभाव: महाकुंभ में अमेरिका, जर्मनी, जपान, रूस समेत 50 देशों से श्रद्धालु आए हैं। इनमें खाड़ी देशों के भी श्रद्धालु शामिल हैं। वे अपने-अपने गुरुओं के कैंप में रुके हैं।

भक्तिभाव: महाकुंभ में अमेरिका, जर्मनी, जपान, रूस समेत 50 देशों से श्रद्धालु आए हैं। इनमें खाड़ी देशों के भी श्रद्धालु शामिल हैं। वे अपने-अपने गुरुओं के कैंप में रुके हैं।

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