- स्पीड पोस्ट के माध्यम से बलदेव के किसानों ने पैदल चलने के लिए खंभे रखवाने तथा एक अस्थाई पुलिया की मांग की थी
दैनिक उजाला, बलदेव : मांट ब्रांच गंग नहर से निकलने वाले रजवाहा के समीप खडैरा मौजा में खेती करने वाले किसानों को अब डीएम और मंडलायुक्त से भी कोई सहायता नहीं मिली है।
विदित रहे कि सिंचाई विभाग के एक्सईएन से मांग करते करते परेशान होकर किसान देवेन्द्र कुमार, मृदुल पांडेय, बिहारी पांडेय, गोपाल पांडेय, राम पांडेय आदि ने दो माह पहले डीएम और मंडलायुक्त को स्पीड पोस्ट के माध्यम से एक मांग पत्र भेजा, जिसमें अवगत कराया कि रजवाहा के बैक साइड पटरी की तरफ खडैरा मौजा में करीब 150 बीघा खेती है। यहां किसानों के लिए पहुंचने के लिए कोई सुगम रास्ता नहीं है।
सबसे बड़ी समस्या ये है कि बैक साइड की जो पटरी है वह बिल्कुल उबड-खाबड है और सिर पर चारा रखकर निकलने का कोई रास्ता नहीं है। इस खेती से करीब दोनों ओर जो पुल बने हुए हैं वह अन्य रास्तों को जोड़ते हैं। यानि जो दोनों पुल हैं वह खेती से 700 मी. की दूरी पर हैं। ऐसे काफी समस्या का सामना करना पड़ रहा है।
डीएम और मंडलायुक्त से मांग है कि अगर एक अस्थाई पुलिया के लिए भी सिंचाई विभाग अथवा प्रशासन के पास कोई धन नहीं है। तब तक किसानों ने सीमेंट के चार खंभों की व्यवस्था कर ली है। इन्हीं खंभों को प्रशासन अगर रखवादे तो भी किसानों को काफी सहूलियत मिलेगी।
किसानों का कहना है कि वह सिंचाई विभाग के एक्सईएन से सैकड़ों बार मांग कर चुके हैं, लेकिन बावजूद इसके कान पर जूं तक नहीं रेंगी है।