- जीएलए के छात्र और शिक्षकों सहित एनसीसी कैडेट्स ने किया सर्वप्रथम योग दिवस पर योग
मथुरा : जिस प्रकार सेना के कर्तव्य निर्वहन को देखकर भारत वासियों का सिर गर्व से ऊंचा हो जाता है। ठीक उसी प्रकार एनसीसी कैडेट्स भी हमारे देश की शान हैं, जो कि अपने कर्तव्यों का अच्छे तरीके से पालन करते हुए देखे जाते हैं। देश के प्रति उनको कर्तव्यों से अवगत कराने तथा देश के हित में काम आने वाले सैन्य प्रशिक्षण हेतु जीएलए विश्वविद्यालय में 10 दिवसीय शिविर का आयोजन का किया गया है। शिविर में मथुरा जनपद के 10 यूपी बटालियन सहित अलीगढ़ के एनसीसी कैडेट पहुंचे हैं।
10 दिवसीय इस एनसीसी शिविर में एनसीसी कैडेट को एकता और अनुशासन के गुण के साथ सैन्य प्रशिक्षण के अन्तर्गत ड्रिल, मेप रीडिग, फायरिंग प्रशिक्षण, बाधा प्रशिक्षण, टैंट पिचिंग एवं जजिंग डिस्टेंस आदि के प्रशिक्षण प्रदान किये जायेंगे। इस शिविर में इंटर बटालियन कम्पटीशन का भी आयोजन किया जा रहा है। शिविर में विभिन्न बटालियन के एनसीसी कैडेट प्रतिभाग कर रहे हैं। जो कि अगले माह होने वाले प्री-टीएमसी के लिए चयनित होंगे।
10यूपी बटालियन के कर्नल राजेन्द्र सिंह एवं डिप्टी कैम्प कमाण्डेंट ले0 कर्नल आनन्द कुमार ने बताया कि जीएलए विश्वविद्यालय में आयोजित होने वाले कैम्प में मथुरा जनपद सहित अन्य जनपदों से करीब 13 इंटर स्कूली एवं डिग्री काॅलेज के करीब 450 एनसीसी कैडेट्स शामिल हुए हैं। इस शिविर का मुख्य उद्देश्य कैडेट्स देश सेवा के प्रति जागरूक करना तथा एकता और अनुशासन के गुण बताकर आगे बढ़ाना है।
जीएलए एनसीसी एएनओ डा. अरूणांषु दुबे ने बताया कि आर्मी पब्लिक स्कूल, अमरनाथ डिग्री काॅलेज, अमरनाथ सीनियर सैकेण्डरी स्कूल, बाजना इंटर काॅलेज, राश्ट्रीय इंटर काॅलेज सुरीर आदि काॅलेजों से आये एनसीसी कैडेट्स ने विष्वविद्यालय का भी भ्रमण किया। उन्होंने यहां सुसज्जित व्यवस्थाओं और हरे-भरे माहौल को सराहते हुए कहा कि चारों तरफ दिख रही वृक्षों की छाया वाकई में पढ़ाई के दौरान आनंदित कर देती होगी। उन्होंने बताया कि यह एनसीसी शिविर उपकुलपति प्रो. अनूप कुमार गुप्ता एवं कुलसचिव अषोक कुमार सिंह के सहयोग से आयोजित हो रहा है।
जीएलए में छात्र-शिक्षक और कैडेट्स ने किया योग
मथुरा : जीएलए विश्वविद्यालय, मथुरा में अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस के अवसर पर एनसीसी कैडेट्स सहित छात्र और शिक्षकों ने योग किया। योगा ट्रेनर वेदप्रकाश पांडेय ने अनुलोम, विलोम, भुजंगासन, कपालभाति, वृक्षासन, सूर्य नमस्कार आदि कराए। इस दौरान उन्होंने कहा कि योगा दिमाग और शरीर की एकता का प्रतीक है। मनुष्य और प्रकृति के बीच सामंजस्य, विचार, संयम और पूर्ति प्रदान करने वाला है। योगा हमारी बदलती जीवन षैली में यह चेतना बनकर जनवायु परिवर्तन से निपटने में भी मदद कर सकता है। इस अवसर पर जीएलए परिवार के पदाधिकारियों सहित विभिन्न काॅलेज के 15 एनसीसी एएनओ, 15 पीआई स्टाफ, 11 सिविल स्टाफ और अन्य अधिकारियों ने प्रतिभाग किया।